भोपाल। पार्टी में अनुशासन और गुटबाजी के खात्मे का दावा करके प्रदेश अध्यक्ष बने कमलनाथ इस मामले में पूरी तरह फेल हो गए हैं। टीकमगढ़ में उनकी सभा से पहले 2 कांग्रेसी दिग्गज आपस में भिड़ गए। कमलनाथ के पोस्टर्स फाड़े गए और मामला पुलिस तक पहुंचा। पूर्व मंत्री अखंड प्रताप सिंह और दिग्विजय सिंह के खास यादवेन्द्र सिंह टीकमगढ़ के सबसे ताकतवर कांग्रेसी नेता माने जाते हैं। अब दोनों ही भिड़ गए हैं। इस तकरार का असर चुनाव में जरूर दिखाई देगा।
टीकमगढ़ में सात सितंबर को प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की जन सभा होने वाली है। सभा को लेकर पार्टी नेताओं में अपने बैनर-पोस्टर्स लगाने की होड़ मची हुई है। सभा में एक दूसरे के बेनर न लग पाए इसको लेकर भी आपसी तकरार शुरू हो गई है। टीकमगढ़ में पूर्व मंत्री अखंड प्रताव यादव के पोस्टर लगाए गए थे, जो कि शाम को कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं द्वारा फाड़ दिए गए। अखंड प्रताप की जगह पूर्व मंत्री यादवेन्द्र सिंह के बैनर लगा दिए गए। इस पूरे मामले की शिकायत पूर्व मंत्री ने पुलिस से भी की है और पार्टी के आलाकमान से भी इस विषय पर बात की है।
अखंड प्रताप यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि यादवेंद्र सिंह और उनके समर्थकों ने ही पोस्टर फाड़कर स्वयं के पोस्टर लगा दिए हैं। उन्होंने कहा कि यहां सामंतशाही चला ही आ रही है और सिर्फ ठाकुर समाज के लोगों का ही यहां से कांग्रेस पार्टी पर दबदबा है। उन्होंने इस पूरे मामले की शिकार पार्टी आलाकमान से करने की बात कही। मामले में यादवेंद्र सिंह के समर्थकों का कहना है कि यह पोस्टर्स उनके द्वारा ही फाड़े गये हैं। पार्टी में टिकट को लेकर चल रहा यह आपसी घमासान कहीं पार्टी पर ही भारी न पड़ जाए।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com