बुराड़ी रहस्य गहराया: सीलबंद मकान की छत पर रखे मिले बाल्टी, कपड़े और बर्तर | NATIONAL NEWS

नई दिल्ली। बुराड़ी के संतनगर में एक ही परिवार के 11 लोगों की रहस्मयी मौत का रहस्य और ज्यादा गहरा गया है। पिछले 4 दिन से मकान सील है, आज मकान की छत पर एक बाल्टी, धुले हुए कपड़े और कुछ बर्तन रखे हुए मिले। पुलिस भी चकरा गई है कि आखिर एक सीलबंद मकान में ये चीजें कैसे आईं जबकि घटना वाले दिन ये चीजें पूरे घर में कहीं नहीं थीं। जब पुलिस से इस बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि हम इस सामान की जांच करेंगे। इस घटना के बाद से पास पड़ोस में रहने वाले लोग दहशतजदा हैं। पता चला है कि रजिस्टर में ये भी लिखा था कि हम भगवान से मिलकर लौट आएंगे।

दहशत में पड़ौसी, ठीक से सो भी नहीं पाते

पड़ोसियों का कहना है कि घटना के बाद से उनके बच्चे ठीक से सो नहीं पा रहे हैं। बच्चे रात में बार-बार उठकर यही बातें कहते हैं कि कहीं दुकान वाले अंकल भूत बनकर तो नहीं आ जाएंगे। पड़ोस की एक महिला ने बताया कि हम सब इतने घबराए हुए हैं कि ऐसी एक दो और घटनाएं हो गईं तो यहां से घर बदलना पड़ सकता है। बता दें कि भाटिया परिवार बुराड़ी के संतनगर में पिछले 23 साल से रह रहा था।

रजिस्टर में लिखा है क्रिया का कार्यक्रम

9 लोग जाले में, मां व विधवा बहन स्टूल पर होंगे, 1 बजे से क्रिया: 11 लोगों की मौत के मामले में रजिस्टर के एक पन्ने से पता चलता है कि 30 जून 2018 की अंतिम एंट्री में एक पन्ने पर लिखा है- घर का रास्ता 9 लोग जाल में, बेबी (मां), विधवा बहन मंदिर के पास स्टूल पर, 10 बजे खाने का ऑर्डर, मां रोटी खिलाएगी, एक बजे क्रिया, शनिवार-रविवार रात के बीच होगी। आखिरी पंक्ति में मुंह में ठूंसा होगा गीला कपड़ा, हाथ बंधे होंगे। एक कप में पानी रखना, इसका रंग बदलेगा, मैं प्रकट होऊंगा सबको बचाऊंगा। बता दें नौ लोगों के शव जाले से लटके थे, जबकि विधवा बहन चौखट से टिकी मिली थी और मां का शव दूसरे कमरे से मिला था। खाने का ऑर्डर भी 10 बजे के करीब दिया गया था।

पुलिस भी तलाश कर रही है आत्माओं का सच

दरअसल, ये रहस्यमयी घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब ललित के अपने पिता से सपने में बातें करने से लेकर उनकी आत्मा से बातें करने की चर्चाएं जोरों पर हैं। जवाब चाहे कुछ हो लेकिन घर के पास रहने वाले पड़ोसी इस वाकये के बाद से डरे हुए हैं। पुलिस को जब इस बारे में बताया गया तो वह भी सन्न रह गई। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस घर में आत्माओं, हवाओं को कैमरों में कैद करने वाली एक विशेष टीम की मदद ले सकती है, इस बात पर भी विचार किया जा रहा है। मामले की जांच भी ललित के ही इर्द-गिर्द ही घूम रही है।

डायरी में लिखकर निजी जिंदगी में अमल करते थे

माना जा रहा है कि सपने में उसके पिता जो कुछ कहते थे, उसे ललित अपनी डायरी में लिखकर उस पर अमल करते थे। डायरी में यह भी लिखा हुआ है कि कि सभी सदस्य मोक्ष प्राप्त करने के बाद भगवान से मिलकर वापस धरती पर आ जाएंगे, इसके लिए तैयारी रखना।

पुलिस की टीम में वैज्ञानिक भी शामिल होंगे

11 लोगों की मौत के मामले की जांच सामूहिक सुसाइड पर आकर ठहर गई है। इसके मद्देनजर पुलिस वैज्ञानिक दृष्टिकोण से तफ्तीश आगे बढ़ाने में लगी है। कोर्ट में पेश की जाने वाली क्लोजर रिपोर्ट में हत्या के एंगल को खारिज किया जा सके। इसके लिए पुलिस पोस्टमार्टम, एफएसएल, बिसरा, साइको ऑटोप्सी रिपोर्ट को आधार बनाएगी। घटनास्थल से मिले नोट्स को मनोचिकित्सक एक्सपर्ट के पास भेजने की तैयारी है, जो नोट्स का अध्ययन करके कमेंट दे सकें।
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