
याद दिला दें कि पुलिस आरक्षक भर्ती में 3 सेंटीमीटर की छूट को लेकर युवतियां धरना प्रदर्शन कर रही हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस में महिला उम्मीदवारों की भर्ती के लिए ऊंचाई में छूट देने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि इस भर्ती के लिए महिलाओं के लिए लंबाई में 3 से 4 सेमी की छूट दी जाएगी। लेकिन लिखित और शारिरिक परीक्षा पास करने के बावजूद ऊंचाई कम होने के कारण प्रदेश के सैकड़ों लड़कियों को भर्ती से बाहर कर दिया गया। इसके विरोध में उन्होंने सीएम हाउस का घेराव भी किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
सरकारी विज्ञापनों के बोझ से दबी मीडिया ने कैमरे बंद किए
लाल परेड मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के भाषण के दौरान युवतियां यहां आ पहुंची और नारेबाजी करने लगी। जिससे पुलिस भी हरकत में आ गई। प्रशासनिक अधिकारीयों ने मीडिया के कैमरों को कवरेज करने से भी रोक दिया। सरकारी विज्ञापनों के बोझ से दबी मीडिया के कैमरे बंद हो गए। इसके बाद सभी युवतियों को गिरफ्तार कर लिया गया। अब खबर है कि उन्हें गुपचुप तरीके से जेल भेजा गया है।
कमलनाथ ने ट्वीटर धर्म निभाया
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इस मामले में एक ट्वीट करके अपना कर्तव्य पूरा कर लिया। उन्होनें लिखा: मामा के राज में भाँजिया, मामा की पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में लंबाई में छूट की घोषणा को पूरी करने की माँग को लेकर पिछले 3 दिनो से भोपाल में धरना दे रही थी। आज जब वो लाल परेड मैदान में मामा से मिलने गयी तो मिलना तो दूर, उलटा जेल भिजवा दिया गया। ये है मामा का भाँजियो के लिये सम्मान। यहां बताना जरूरी है कि देरशाम हुई बेटियों के जेल दाखिले के खिलाफ कांग्रेस ने समाचार लिखे जाने तक कोई प्रदर्शन नहीं किया।
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