रीवा: थानें में रिपोर्ट लिखाने गए युवक की पेड़ पर लटकी लाश मिली, भड़की भीड़ ने टीआई को पीटा

रीवा। सेमरिया थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने निकला युवक वापस नहीं आया। दूसरे दिन पेड़ पर लटकी हुई उसकी अर्धनग्न लाश मिली। सेमरिया टीआई ने दावा किया कि युवक ने आत्महत्या की है। बस इसी बात से ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने टीआई को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। जान बचाकर भागे टीआई ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद तमाम थानों का पुलिस फोर्स अकौनी गांव में भेज दिया गया। फिलहाल चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है। इधर कांग्रेस की सक्रिय हो गई है। मामला आदिवासी युवक की संदिग्ध मौत का है। परिजनों ने इसे हत्या बताया है और पुलिस पर हत्यारों से मिले होने का आरोप लगाया है। 

दरअसल अकौनी गांव निवासी राजीव कोल 24 वर्ष का शव सोमवार सुबह बस्ती के पास पहाड़ी पर लगे नीम के पेड़ पर लटका पाया गया। शौचक्रिया के लिए निकले लोगों की नजर पड़ी तो पूरी बस्ती के आदिवासी परिवार मौके पर एकत्र हो गए। जांच करने पहुंचे सेमरिया थाना प्रभारी सुनील गुप्ता ने शव देखने के बाद इसे आत्महत्या बता दिया। जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और झूमाझटकी करते पुलिस उन्हें वहां से खदेड़ दिया।

विवाद की शिकायत करने थाने गया तो वापस नहीं लौटा
सेमरिया थाना के अकौनी गांव निवासी रजौल कोल का गांव के ही लोगों के साथ विवादा हो गया था। जिसकी शिकायत करने वह थाने गया था, लेकिन उसके बाद घर नहीं लौटा। सुबह बस्ती के पास पेड़ से लटकता शव पाया गया। परिजनों का आरोप है कि उसके साथ मारपीट कर हत्या की गई और आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पेड़ से लटका दिया गया। मृतक के पिता ने बताया कि उसके पुत्र ने इस बारे में उसे बताया था। परिजनों को आशंका है कि जिन लोगों से उसका विवाद हुआ था उन्होंने ही थाने से निकलने के बाद उसकी हत्या की है।

मृतक के अंडर गारमेंट में मिला शिकायत पत्र, शरीर पर चोट के निशान
अपने साथ हुई मारपीट की घटना को लेकर मृतक युवक रजौल कोल द्वारा शिकायत पत्र थाने में दिया गया था। उसकी एक प्रति मृतक के अंडर गारमेंट में जांच के दौरान पाई गई है। परिजनों का मानना है कि अपने साथ हुई घटना के दौरान साक्ष्य सुरक्षित रखने उसने अंडर गारमेंट में शिकायत पत्र रख लिया होगा। बताया जा रहा है कि युवक की अर्द्घनग्न लाश पेड़ में लटक थी। उसका शर्ट गायब है जबकि जींस का पैंट पहने हुए था। उसके सिर सहित शरीर के कई हिस्सों में चोट के निशान भी पाए गए हैं।

मौके पर पहुंचे कांग्रेस नेता
आदिवासी युवक के साथ हुए जुल्म और पुलिस द्वारा निष्पक्ष कार्रवाई न किए जाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता मौके पर पहुंचकर पुलिस का विरोध करने लगे। जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा का कहना था कि सेमरिया में कानून व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो गई है। यही वजह है कि पिछले दो माह में यह चौथी हत्या की घटना घटी है। भाजपा सरकार के नुमाइंदों के इशारे पर पुलिस और प्रशासन चल रहा है। आम आदमी का जीवन न सिर्फ संकट में है बल्कि खुलेआम कत्ल किए जा रहे हैं। उनकी कोई सुनवाई भी नहीं हो रही है।

इन थानों का पुलिस बल पहुंचा
पब्लिक और पुलिस के बीच हुए विवाद की जानकारी लगते ही जहां पुलिस लाइन से पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंचा वहीं सेमरिया, बैकुण्ठपुर, सिरमौर, डभौरा, कोतवाली सहित 6 थानों के थाना प्रभारी, एसडीओपी तथा महिला थाने का पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा। जहां विवाद को सुलझाने और स्थिति को संभालने में जुटा रहा।

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प्रथम दृष्टया युवक द्वारा आत्महत्या किया जाना सामने आया था। जबकि परिजन और कुछ नेताओं ने इसे हत्या बताते हुए मेरे साथ झूमाझटकी और विवाद किया है। वरिष्ठ अधिकारियों को इससे अवगत कराया गया है। नियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
सुनील गुप्ता, थाना प्रभारी, सेमरिया।

मेरे पुत्र के साथ मारपीट की घटना घटी थी। वह थाने शिकायत करने गया था। जिसके चलते आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी है। पुलिस आरोपियों से मिली हुई है जिसके चलते इसे आत्महत्या बता रही है। जबकि यह गलत है।
मोहन कोल, मृतक का पिता।

सेमरिया में यह हत्या की चौथी घटना है। कानून व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त है। हमारी मांग है कि युवक के साथ हुई घटना की न्यायित जांच हो और दोषी लोगों सहित पुलिस पर भी मामला दर्ज किया जाए।
अभय मिश्रा, अध्यक्ष जिला पंचायत, रीवा।
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