
अभी भी PayTm के फर्जी एप होने का संदेह
इसके अलावा, ऐप यह वॉर्निंग भी देता है कि इसके किसी भी गलत इस्तेमाल की जिम्मेदारी यूजर पर ही होगी। हैदराबाद टास्क फोर्स ऐप के डिवेलपर और प्रमोटर्स की भी जांच कर रही है। इस घटना के सामने आने के बाद फेक ऐप को मोडिफाइड कर दिया गया है। हालांकि, चिंता अब भी बनी हुई है क्योंकि गूगल प्लेस्टोर पर पेटीएम से जुड़े फर्जी ऐप्स मौजूद हैं।
PayTm का पूर्व कर्मचारी गिरफ्तार
इसके अलावा, राचाकोंडा की साइबर सेल पुलिस ने हाल में पेटीएम के एक पूर्व कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। यह व्यक्ति KYC डिटेल्स अपडेट करने के बहाने लोगों को ठग रहा था। पिछले कुछ महीने से फर्जी ऐप इस्तेमाल के मामले बढ़े हैं।
PayTm को पता क्यों नहीं चला
PayTm एक मोबाइल एप है। पूरी कंपनी आॅनलाइन करोबार करती है। स्वभाविक है PayTm के पास अपने साइबर सुरक्षा गार्ड भी होंगे जो यह सुनिश्चित करते होंगे कि PayTm के एप को कहीं कोई नुक्सान ना पहुंचा दे। इस टीम को पता चल जाना चाहिए था कि प्ले स्टोर पर फर्जी एप भी है और PayTm को फर्जी एप के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए थी परंतु ऐसा नहीं हुआ। इसी तरह की खबरें नियमित रूप से पढ़ने के लिए MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com