
निगरानी शुदा बदमाश के समर्थन में भाजपा विधायक ने दिया धरना
बीते रोज दमुआ थाना पुलिस ने एक निगरानी शुदा बदमाश कल्लू राजगीर को अवैध शराब के मामले में पकड़ा। उसके साथ 3 अन्य लोग भी थे। पुलिस ने कल्लू राजगीर की ठीक वैसे ही खातिरदारी की जैसे कि निगरानी शुदा बदमाशों कि की जाती है परंतु कुछ ही देर बाद विधायक नत्थनशाह कवरेती अपने समर्थकों के साथ थाने पर आकर धरना देने लगे। कहा गया कि निगरानी शुदा बताश कल्लू राजगीर भाजपा का मंडल उपाध्यक्ष बन गया है। अब उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए। थाना प्रभारी दीपक यादव का कहना है कि कल्लू के खिलाफ कुल 21 मामले दर्ज हैं।
कांग्रेस के काले धंधे नहीं पकड़ते तो BJP क्यों पकड़ते हो
चौंकाने वाली बात यह है कि यहां पुलिस पर दवाब इसलिए नहीं बनाया जा रहा था कि कल्लू राजगीर निर्दोष था और पुलिस ने गलत कार्रवाई की थी बल्कि इसलिए बनाया जा रहा था कि पुलिस केवल भाजपा नेताओं से संबद्ध अवैध धंधों पर ही कार्रवाई करती है। कांग्रेस से जुड़े काले कारोबारियों पर कोई कार्रवाई नहीं करती। विधायक ने इस तरह की कार्रवाई करने वाले पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग की और धरने पर डटे रहे।
मप्र पुलिस का सिंघम फेल, थाना प्रभारी को हटाया
चौंकाने वाली बात यह है कि कटनी में 500 करोड़ का हवाला कारोबार पकड़कर मंत्री संजय शर्मा की नींद उड़ा देने वाले भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी गौरव तिवारी भी छिंदवाड़ा में राजनीतिक संरक्षण में चल रहे अवैध कारोबारों को बंद नहीं करा पाए। उल्टा दवाब में आकर अपने ही विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। एसपी तिवारी ने दमुआ थाना प्रभारी दीपक यादव और हेड कांस्टेबल महेश भावरकर को हटा दिया है।
सबका वीडिया बनाया है, सब नशे में थे
दीपक यादव, तत्कालीन थाना प्रभारी दमुआ का कहना है कि सभी का शराब का सेवन करते हुए वीडियो बनाया गया है। कल्लू निगरानी बदमाश है। उसके ऊपर 21 मामले दर्ज है। जिसमें संगीन, चोरी, मारपीट और अवैध कारोबार के मामले शामिल है। मामले की भनक लगते ही थाने में विधायक नत्थन शाह कवरेती आ गए।
क्या यही है कमलनाथ का छिंदवाड़ा मॉडल
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बार बार दोहराते हैं कि यदि विकास देखना है तो छिंदवाड़ा आइए। सवाल यह है कि क्या यही है कमलनाथ का छिंदवाड़ा मॉडल जिसमें दोनों दलों के नेताओं के संरक्षण में अवैध कारोबार चल रहे हैं। पुलिस को स्वतंत्र रूप से काम नहीं करने दिया जा रहा। कार्रवाई करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और पुलिस की स्त्रतंत्रता की रक्षा के लिए ना तो कांग्रेस सामने आती है ना भाजपा।
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