2.84 लाख अध्यापकों के भविष्य का फैसला मंगल को

भोपाल। अध्यापकों की दशकों पुरानी संविलियन की मांग पर मंगलवार 29 मई को फैसला होने की संभावना है। सीएम शिवराज सिंह ने अध्यापकों के शिक्षा विभाग में संविलियन का ऐलान कर दिया था। अब तकनीकी मामले अटके हुए हैं। पिछले दिनों खबर आई थी कि 29 मई को कैबिनेट में अध्यापकों का संविलियन मंजूर कर लिया जाएगा, फिर खबर आई कि 4 जून को इसके आदेश जारी कर दिए जाएंगे। अब सबकी नजर 29 मई पर है। बता दें ​कि सीएम शिवराज सिंह ने कहा था कि 'मैने जो घोषणा की है उसको पूरा करने के लिये वचन बद्ध हूँ, जो शत प्रतिशत चरितार्थ होगा। उन्होंने कहा कि आगामी 29 मई को कैबिनेट में उक्त प्रस्ताव पास किया जाएगा और हर हाल में शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ होने के पूर्व अध्यापक शिक्षक बन चुके होंगे। अन्तर्निकाय संविलियन में आ रही रुकावटों को दूर कर अध्यापकों का स्थानांतरण भी 29 मई के बाद अवश्य होगा।'

राज्य अध्यापक संघ ने दावा किया था कि अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन का प्रस्ताव तैयार हो गया है। 29 मई की कैबिनेट मीटिंग में उसे मंजूर कर दिया जाएगा एवं नवीन सत्र में सभी अध्यापक, बतौर शिक्षा विभाग के 'शिक्षक' ही प्रवेश करेंगे। अध्यापक संघ का कहना है कि एक प्रतिनिधि मंडल ने आज सीएम हादस में सीएम शिवराज सिंह से मुलाकात की एवं उन्होंने यह वचनबद्धता दोहराई। अध्यापक संघ ने बताया कि 29 मई को दिग्विजय सिंह सरकार द्वारा मृत किए गए शिक्षक कैडर को पुन​जीर्वित कर दिया जाएगा। 

राज्य अध्यापक संघ के कर्मचारी नेता मनोज मराठे ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष जगदीश यादव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह से मुख्यमंत्री निवास में मिले और अध्यापक संवर्ग के शिक्षा विभाग में संविलियन और संविलियन (स्थानांतरण) मे आ रहे व्यवधान के विषय में वार्ता की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैंने अध्यापक संवर्ग के हितार्थ शिक्षा विभाग में संविलियन का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। 
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