
मुरैना जिले के अंबाह के रहने वाले अजय उपाध्याय इंडियन आर्मी में हैं। इन दिनों वह अपने घर आए हुए थे। उनकी ससुराल ग्वालियर स्थित आनंद नगर में है। वह पत्नी नंदिता और 7 साल के बेटे आर्यन के साथ ससुराल आए थे। सोमवार शाम करीब 7 बजे वह पत्नी और बच्चे के साथ खरीददारी करने के लिए बाइक से महाराज बाड़ा आ रहे थे, क्योंकि मंगलवार को उन्हें वापस घर जाना है। अजय ने हेलमेट नहीं लगाया था।
महाराज बाड़ा स्थित डाकघर पर चेकिंग पॉइंट लगा हुआ था। बिना हेलमेट के वाहन चला रहे वाहन चालकों को रोका जा रहा था। वहां तैनात सिपाही राकेश सिंह ने हाथ दिया। आगे बाइक लगी हुई थीं, इसलिए अजय ने बाइक चेकिंग पॉइंट के आगे लगाने के लिए आगे बढ़ा दी। सिपाही ने तुरन्त चांटा मार दिया। चांटा लगने से बाइक अनियंत्रित होकर फिसल गई। जिससे बच्चा गिर पड़ा।
फौजी की पत्नी के साथ अभद्रता का भी आरोप
टोकने पर सिपाही ने उनकी पत्नी के साथ अभद्रता की। इसके बाद तो उन्होंने हंगामा कर दिया। सिपाही के साथ मौजूद स्टाफ ने उसे वहां से भगा दिया। उन्होंने अपने परिजनों को बुला लिया। परिजनों की मांग थी कि उनकी शिकायत लिखी जाए और सिपाही से माफी मंगवाई जाए। स्टाफ ने कोई सुनवाई नहीं की।
चाबी निकालने का अधिकार नहीं
यातायात पुलिस चेकिंग पॉइंट पर बिना हेलमेट वाहन चलाने वाले वाहन चालकों को इशारा देकर रोक सकती है। मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार किसी भी वाहन चालक के साथ हाथापाई नहीं की जा सकती। यातायात पुलिस को गाड़ी से चाबी तक निकालने का अधिकार नहीं है।