अध्यापकों ने किया आमरण अनशन का ऐलान | ADHYAPAK SAMACHAR

भोपाल। मप्र शासकीय अध्यापक संगठन ने संविलियन के मुद्दे पर आमरण अनशन का ऐलान कर दिया है। इससे पहले महिला अध्यापकों द्वारा मुंडन कराए जाने के बाद प्रदेश भर में अध्यापक आंदोलित हो गए थे। इसी के चलते सीएम शिवराज सिंह ने अध्यापक नेताओं को सीएम हाउस बुलाया और संविलियन का ऐलान कर दिया परंतु लम्बा समय गुजर जाने के बाद भी इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अध्यापक संवर्ग में एक बार फिर नाराजगी देखी जा रही है। 

मप्र शासकीय अध्यापक संगठन की बैठक व संकल्प सभा रविवार को गुप्तेश्वर मंदिर में रखी गई। इसमें अध्यापकों ने 20 तक अध्यापक संवर्ग के संविलियन के विसंगति रहित आदेश जारी नहीं होने पर 22 अप्रैल से प्रदेश स्तर पर अामरण अनशन करने का संकल्प लिया। इसमें प्रदेश इकाई के पदाधिकारी भी शामिल होंगे। पहले दिन 20 अप्रैल को जिला स्तर पर ज्ञापन सौंपा जाएगा। 

हरदा में संगठन के कार्यकारी जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने बताया बैठक में जिला स्तरीय समस्याओं और निराकरण पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया अध्यापकों की जिले के सभी संकुलों में सेवा पुस्तिका एवं सीपीएफ पासबुक का नियमित संधारण करने, प्रातःकालीन शाला के समय में संशोधन, हाई एवं हायर सेकंडरी शालाएं भी सुबह की शिफ्ट में लगाने, प्रत्येक माह की 2 तारीख तक वेतन भुगतान करने, 12 वर्ष पूर्ण करने वाले अध्यापकों के क्रमोन्नति आदेश जारी किए जाने काे लेकर चर्चा हुई। इन मांगों को लेकर संगठन शीघ्र विभागीय अधिकारियों से मुलाकात करेगा। बैठक में जिला संयोजक मनोज उपाध्याय, अरविंद रावत, ज्ञानचंद हरने, गणेश पवार सहित अन्य मौजूद थे। 

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !