
माना जा रहा है कि इस ट्वीट से देवधर का सीधा मकसद नरकंकाल के मुद्दे को फिर से उठाकर माणिक सरकार को घेरना है। त्रिपुरा बीजेपी प्रभारी सुनील देवधर ने शुक्रवार रात अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'मैं त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव से आग्रह करता हूं कि मंत्रियों के आवास में उनके जाने से पहले वहां के सेप्टिक टैंकों की सफाई करवा दें।'
उन्होंने आगे लिखा, 'शायद आपको याद हो कि 4 जनवरी, 2005 को पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार के आवास में बने सेप्टिक टैंक से एक महिला का कंकाल मिला था, लेकिन इस मामले को जानबूझकर दबा दिया गया। अपने ट्वीट में ऐसे मामले का जिक्र कर देवधर ने जताया है कि सरकार बदलने के बाद भी वह लेफ्ट को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ने वाले हैं। कथित 13 साल पुराने मामले में सीएम के घर से शव मिला था। इस ट्वीट के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि नई बीजेपी सरकार फिर से मामले की जांच शुरू कर सकती है।
सीएम विप्लव देव की ओर से इसपर अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब हर किसी को इस बात का इंतजार है कि देवधर के ट्वीट और अनुरोध के बाद वह मामले की जांच के आदेश देते हैं या नहीं।