मध्य प्रदेश के सरकार के मंत्री लाल सिंह आर्य और मुंगावली के नवनिर्वाचित विधायक बृजेंद्र सिंह यादव मुश्किल में पड़ सकते हैं। दोनों ही नेताओं के खिलाफ ग्वालियर की जिला अदालत में एक परिवाद पत्र अमित गोयल के द्वारा पेश किया गया है। जिसमें एससीएसटी एक्ट और आईटी के तहत मामला दर्ज कराने के लिए कोर्ट से गुहार लगाई गयी है।
याचिका में कहा गया है कि मुंगावली उपचुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी ब्रिजेंद्र सिंह यादव ने एक समाज विशेष के लोगों को जातिगत गालियां वॉट्सअप और फेसबुक पर दी है। वहीं उन गालियों को वोट बैंक के रूप में केश करने के लिए सरकार के मंत्री लाल सिंह आर्य ने वॉट्सअप और फेसबुक ग्रुप पर शेयर किया है। साथ ही अमित गोयल को भी पोस्ट की है।
अमित गोयल के द्वारा कहा गया है कि इस पोस्ट दो सुमदाय के बीच तनाव का माहौल पैदा हुआ है, ऐसे में लाल सिंह के खिलाफ आईटी एक्ट और ब्रिजेंद्र सिंह यादव के खिलाफ एससीएसटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाए। जिसके बाद कोर्ट ने परिवाद पत्र को स्वीकार कर लिया है, साथ ही इस मामले की अगली सुनवाई अब पांच मार्च होगी।