
गौरतलब है कि ब्रिटिश कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका पर फेसबुक के 5 करोड़ यूजर का डेटा बिना अनुमति के इस्तेमाल करने का आरोप है। मामला सामने आने के बाद कैंब्रिज एनालिटिका ने मंगलवार को अपने चीफ एक्जीक्यूटिव अलेक्जेंडर निक्स को सस्पेंड कर दिया। कैंब्रिज एनालिटिका वहीं कंपनी है जो अमेरिकी राष्ट्रपति पद के 2016 चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप की कैंपेनिंग कर रही थी।
वहीं, फेसबुक के मुताबिक वास्तव में डेटा कैंब्रिज के लेक्चरर अलेक्संड्र कोगान ने पर्सनालिटी क्विज एप के लिए लिया था। उन्होंने कानूनी तौर पर ये डेटा लिया था, लेकिन बाद में उन्होंने नियमों को तोड़ दिया और कैंब्रिज एनालिटिका को ये डेटा दे दिया। इस बात की जानकारी फेसबुक को साल 2015 में ही लग गई थी, लेकिन फेसबुक ने इसकी जानकारी यूजर्स को नहीं दी। बल्कि कंपनी ने इस मामले में लिप्त सभी पार्टियों से यूजर्स का डेटा डिलीट करने की बात कही। लेकिन अब जो रिपोर्ट सामने आ रही है, उसके मुताबिक सारा डेटा डिलीट नहीं किया गया।