
हरिचंदन ने बीजेपुर उपचुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए 28 फरवरी को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस इस उपचुनाव में अपनी जमानत भी गंवा बैठी। उसने पिछली बार यह सीट जीती थी। हरिचंदन ने दिसंबर, 2014 में ओड़िशा कांग्रेस के प्रमुख का पदभार संभाला था। पिछले साल के पंचायत चुनाव के वक्त से ही वह पार्टी के अंदर से ही विरोध का सामना कर रहे हैं। पंचायत चुनाव मेंपार्टी तीसरे स्थान पर पहुंच गयी थी और भाजपा दूसरे नंबर पर रही थी।
ओड़िशा कांग्रेस की अनुशासन समिति अध्यक्ष संध्या महापात्रा ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस समिति ने ओड़िशा कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हरिचंदन का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। राहुल गांधी चाहते हैं कि वह इस पद पर बने रहें। वह महसूस करते हैं कि चूंकि अगले आठ-नौ महीने में आम चुनाव होने की संभावना है, ऐसे में किसी नये अध्यक्ष के लिए इतने कम समय में चुनाव की स्थिति संभाल पाना संभव नहीं होगा।