
दिग्विजय सिंह ने जब परिक्रमा शुरू की थी, मप्र की कांग्रेस में सीएम कैंडिडेट घोषित किए जाने की प्रक्रिया चल रही थी। उम्मीद थी कि गुजरात चुनाव से फुर्सत होते ही राहुल गांधी मप्र के लिए घोषणा कर देंगे परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ। सूत्र बताते हैं कि दिग्विजय सिंह ने बड़ी ही चतुराई के साथ एक बार फिर मप्र के सारे फैसले परिक्रमा पूर्ण होेने तक रुकवा दिए। भले ही वो राजनीति से अवकाश पर थे परंतु मप्र कांग्रेस को वो अपने रिमोट पर चलाते रहे।
परिक्रमा के दौरान उन्होंने 90 विधानसभाओं में संपर्क किया। लोगों से बातचीत की और हालचाल जाने। इस परिक्रमा से उनकी हिंदू विरोधी इमेज तो कम से कम टूट ही गई। पूरी परिक्रमा के दौरान टिकट के दावेदार उनके आसपास नजर आए। उन्होंने भी किसी के कान में कुछ कहा तो किसी को सार्वजनिक रूप से आशीर्वाद भी दिया। बताया जा रहा है कि परिक्रमा पूर्ण होते ही वो मध्यप्रदेश में दूसरी यात्रा शुरू करेंगे। यह मप्र के हर जिले में जाएगी और पूरी तरह से राजनीतिक होगी। कुल मिलाकर मप्र में कांग्रेस का फैसला वही होगा जो दिग्विजय सिंह चाहेंगे।