मुंबई। करणी सेना की महाराष्ट्र इकाई ने फिल्म पद्मावत पर अपना विरोध वापस ले लिया है। फिल्म देखने के बाद बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि इस फिल्म में राजपूतों की वीरता और त्याग को दिखाया गया है। उन्होंने फिल्म के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की मदद का भरोसा भी दिलाया है। इधर करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी ने उस गुट को फर्जी बताया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के कहने पर हमने फिल्म देखी
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना (महाराष्ट्र विंग) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह कटारा ने लेटर हेड बयान जारी कर विरोध वापस लेने का एलान किया है। लेटर में लिखा है कि करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामाड़ी के कहने पर पर कुछ लोगों ने मुंबई में फिल्म देखी और पाया की फिल्म राजपूतों की वीरता दिखाती है।
दूसरे राज्यों में हम रिलीज करवाएं फिल्म
लेटर में लिखा है, "सेना ने जिन राज्यों में फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया, अब वहां वो खुद इसकी रिलीज में मदद करेगी। फिल्म देखने के बाद हर राजपूत गर्व महसूस करेगा।
डुप्लीकेट करणी सेना ने किया फिल्म को पास
महाराष्ट्र में फिल्म का विरोध वापस लिए जाने पर करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी ने एक वेबसाइट से बातचीत में कहा कि यह उनकी करणी सेना नहीं है। कालवी ने कहा, ये बयान करणी सेना के डुप्लीकेट गुट ने दिया है। हम आज भी फिल्म का विरोध कर रहे हैं और इसे लेकर केंद्र सरकार से संपर्क में हैं।