
उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक टीम में चार पांच ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो कप्तान को सलाह देते हैं और उन्हें मैदान पर गलतियां करने से रोक सके। अभी कोई भी ऐसा नहीं है जो कोहली को गलत फैसला करने पर रोके या टोके।’’ सहवाग ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि मुख्य कोच रवि शास्त्री जरुर कोहली को सलाह देते होंगे। उन्होंने कहा ‘‘अगर टीम में कोई मतभेद हैं तो सपोर्ट स्टाफ सहित सबको बैठकर इसे दूर करने चाहिए।’’
वीरू ने कहा कि दूसरे खिलाड़ियों से कोहली की जो अपेक्षाएं हैं, उससे उनकी कप्तानी प्रभावित होती है। पूर्व ओपनर ने कहा, ”विराट कोहली उस स्तर पर पहुंच चुके हैं जहां वो विपरीत परिस्थितियों में खेल सकते हैं और वह भारतीय टीम से भी यही अपेक्षा रखते हैं। हालांकि टीम के बाकी खिलाड़ी अब तक उस स्तर तक नहीं पहुंचे हैं जहां कोहली पहले से हैं। इसी का असर कोहली की कप्तानी पर पड़ रहा है।”
सहवाग के मुताबिक, कोहली बस यही चाहते हैं कि बाकी भारतीय बल्लेबाज भी उसकी तरह बेखौफ होकर खेलें। उन्होंने कहा, ”कोहली सिर्फ अपनी तरह रन बनाने को कह रहे हैं और इसमें कुछ गलत नहीं है। मुझे याद है जब सचिन तेंदुलकर कप्तान थे तो वह साथी खिलाड़ियों को रन बनाने के लिए कहते थे। अगर मैं रन बना सकता हूं तो तुम क्यों नहीं?”
कोहली ने मंगलवार को कहा कि वह दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए की गई टीम की तैयारी से खुश हैं। उन्होंने साथ ही माना कि टेस्ट सीरीज में हार का कारण टीम द्वारा की गई गलतियां रहीं हैं। मैच से पहले कोहली ने कहा, “मुझे व्यक्तिगत तौर पर नहीं लगता कि हमारी तैयारी में कोई कमी थी। मैं अब सीरीज हारने के बाद यहां बैठकर उन पर चर्चा नहीं करना चाहता।”