
यहां पार्टी के सात मोर्चों के प्रदेश अध्यक्ष और पदाधिकारियों के प्रशिक्षण वर्ग में भाग लेने आए चौहान ने मीडिया से कहा प्रशिक्षण वर्ग का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। यह पार्टी का नियमित कार्यक्रम है। ताकि कार्यकर्ता सक्रिय रह कर समाज के बीच काम कर सकें। नृसिंहघाट के समीप झालरिया मठ में आयोजित प्रशिक्षण वर्ग में चौहान ने कहा भाजपा सरकार बनाने की बजाए देश बनाने पर ज्यादा जोर देती है। गुजरात चुनाव ने देश में राजनीति के मायने बदले हैं।
उन्होंने मोर्चा पदाधिकारियों से कहा हर वर्ग और तबके के बीच हमें राष्ट्रवाद का संदेश लेकर जाना है। उन्होंने कहा देश में वैचारिक मंथन चल रहा है। इससे जहर के बाद अमृत निकलेगा। मोर्चों की जिम्मेदारी यह मंथन लगातार चलने देने की है। देश विरोधी लोगों से मोर्चों की लड़ाई है। मोर्चों का गठन क्षेत्र विशेष में काम करने के लिए किया गया है।
सबको ज्यादा टिकट की उम्मीद
पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भगतसिंह तोमर के अनुसार पिछले विधानसभा चुनाव में पिछड़ा वर्ग से 34 विधायक जीते थे। मोर्चा को ज्यादा टिकट की उम्मीद है। मोर्चा 92 जातियों और 275 उपजातियों का प्रतिनिधित्व करता है।
महिला मोर्चा अध्यक्ष लता एलकर का कहना है कि यह साबित हो गया है कि महिलाएं सफल नेतृत्व करती हैं। पिछले चुनाव के मुकाबले तीन गुना ज्यादा महिलाएं राजनीति में सक्रिय हैं। महिलाओं को ज्यादा मौका मिलता है तो समाज में हो रही घटनाओं पर भी रोक लगेगी।