पेरेंट्स ध्यान दें, रिवेंज पॉर्न का शिकार हो रहे हैं स्कूल स्टूडेंट्स | CRIME NEWS

बालाजी सीआर/ डी अरविंद/ चेन्नै। 18 वर्षीय स्वाति (बदला नाम) को जब उसके एक दोस्त ने उसके PICS के INSTAGRAM पर होने की बात बताई तो स्वाति स्तब्ध रह गई। ये वो फोटोग्राफ्स से थे जो उसने अपने BOYFRIEND को भेजे थे। शहर के एक प्रतिष्ठित SCHOOL में पढ़ने वाली स्वाति ने बताया, 'बिना मेरी जानकारी उसने (बॉयफ्रेंड) मेरे फोटोग्राफ्स दूसरे स्कूल के बच्चों को दिखाई। इसके बाद उसने मुझे फोन किया और मुझसे सेक्स की डिमांड कर डाली। मेरे दोस्त भी मुझसे इस बारे में पूछने लगे।'

हाल के दिनों में रिवेंज पॉर्न (REVENGE PORN) और साइबर छेड़छाड़ किशोरों में बड़ी तेजी से फैल रहा है और इसके कारण स्कूल परिसरों में धमकी और तनाव का माहौल बन रहा है। 17 वर्षीय रोहन (बदला नाम) ने बताया कि उसने अपनी पूर्व गर्लफ्रेंड की तस्वीर बांटी थी ताकि वह अपने अपमान (INSULT) का बदला ले सके। रोहन ने बताया, 'उसने (GIRL FRIEND) हमारे बीच बातचीत की एडिटेड स्क्रीनशॉट्स स्नैपचैट पर डाला। इसमें ऐसा लग रहा था जैसे केवल मैंने ही उससे ऐसी तस्वीरें मांगी थीं, जबकि हकीकत यह है कि यह हमदोनों की तरफ से था।' जब यह घटना सार्वजनिक हो गई तो रोहन के दोस्तों ने उसे अकेला छोड़ दिया। इसके बाद रोहन के माता-पिता को स्कूल के प्रिंसिपल ने मामले की जानकारी दी और मामले को दबा दिया गया। 

शहर के स्कूलों में जहां इस तरह की घटनाएं हुई हैं वहां स्कूल प्रबंधन ने बताया कि छात्र ऐसी घटनाओं को बताने की जहमत शायद ही उठाते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे मामला उनके हाथ से निकल जाएगा। 

छात्रों ने बताया कि जब इस तरह की फोटोग्राफ्स लीक होती हैं तो वे स्कूल और फ्रेंड सर्कल में वायरल हो जाता है। पीड़ित को दूसरे छात्रों द्वारा प्रताड़ित किया जाता है और फोटो ONLINE भी डाल दिया जाता है। कभी-कभी तो छात्र के लिए स्कूल आना मुश्किल हो जाता है क्योंकि उसके बारे में तरह-तरह की बातें की जाती और उसका मजाक बनाया जाता है। एक पीड़ित ने बताया, 'माता-पिता भी उनकी बात समझने को तैयार नहीं होते हैं। वह हमारे ऊपर ही इस तरह की फोटों भेजने के लिए आरोप लगाते हैं ।' पीड़ित ने बताया कि जब उसकी तस्वीर सार्वजनिक हो गई तो वह स्कूल जाने से डरने लगी। 

शहर के मनोवैज्ञानिक डॉ लता जानकी ने बताया कि किशोरों को इस तरह के फोटोग्राफ्ट भेजने के खतरे पता होते हैं, लेकिन वे अटेंशन पाने के लिए ऐसा करते हैं। जब वे अपने साथ के दोस्तों को ऐसी ही चीजों में लिप्त पाते हैं तो उन्हें लगता है कि वे ऐसा क्यों नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, 'अक्सर लड़कियों के बॉयफ्रेंड भावनात्मक रूप से उनको ब्लैकमेल करते हैं। लड़कियां ऐसा करती हैं क्योंकि वे नहीं चाहती कि सोशल सर्कल में बॉयफ्रेंड न होने के कारण उन्हें अलग-थलग होना पड़े।' 

डॉ लता ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों के साथ दोस्ताना रवैया अपनाना होगा और अगर इस तरह की कोई बात होती है तो उन्हें अपने बच्चों में भरोसा जगाना होगा। उन्होंने कहा, 'रिवेंज पॉर्न का शिकार बन रहे बच्चे तत्काल इस तरह की घटनाओं को छिपाने की बजाए अपने माता-पिता को बताना चाहिए। अगर जरूरत हुई तो फिर पैरंट्स को बच्चे की काउंसेलिंग के लिए मनोवैज्ञानिक के पास ले जाना चाहिए। 

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