पद्मावती विवाद: स्कूल बस पर हमला, 7 राज्यों में बकाबू प्रदर्शन | NATIONAL NEWS

नई दिल्ली। FILM PADMAVAT के खिलाफ RSS एवं भारतीय जनता पार्टी BJP के समर्थन से उग्र हुआ विरोध प्रदर्शन (PROTEST) अब पूरी तरह से हिंसक (VIOLENT) हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने आज देश भर में उत्पात मचाया। वो पूरी तरह से अनियंत्रित थे और पुलिस लोगों को उनसे बचाने की कोशिश कर रही थी। प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा में एक SCHOOL BUS पर उस समय हमला कर दिया जब बस में बच्चे और महिला शिक्षक मौजूद थे। प्रदर्शनकारियों ने बस पर पत्थर फैंके। भयभीत बच्चे सीटों के नीचे छिपकर बचे। पुलिस ने संतोष जाहिर किया है कि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया। 

7 राज्यों में बे​काबू प्रदर्शनकारी
गुजरात के अहमदाबाद में मॉल जला दिया

राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में कई जगह कानून तोड़े गए और हाथों में लाठियां लेकर हिंसक प्रदर्शन किए गए। इस दौरान देश भर में 300 से ज्यादा गाड़ियां फूंक दी गईं। दर्जनों हाइवे पर जाम लगाए गए। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ किला बंद कर दिया गया। गुड़गांव और चंडीगढ़ समेत हरियाणा के 4 शहरों में हालात इतने बेकाबू हैं कि शहर में धारा 144 लगाई गई है लेकिन प्रदर्शनकारियों को हिरासत में नहीं लिया गया है। इस बीच करणी सेना के चीफ लोकेंद्र सिंह काल्वी ने कहा- हम देश में फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे। विरोध को देखते हुए मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा है कि हम राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और गोवा में फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं करेंगे।

स्कूल बस पर फेंके पत्थर

हरियाणा के गुड़गांव में जीडी गोयनका वर्ल्ड स्कूल की बस पर बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने हमला किया। करीब 60 प्रदर्शनकारियों ने बस को घेर लिया, उनके हाथों में डंडे थे। प्रदर्शनकारियों ने ड्राइवर से बस रोकने को कहा। जब ड्राइवर ने बस नहीं रोकी तो उस पर पथराव किया गया। बस स्टाफर्स ने बच्चों को हमले से बचने के लिए सीटों के पीछे छिपने को कहा। ड्राइवर ने बच्चों की सेफ्टी को देखते हुए बस को रोका नहीं। गुड़गांव पुलिस के पीआरओ रवींदर कुमार ने कहा, "बस के शीशे टूटे हैं। डरे हुए बच्चों को मदद दी गई। शुक्र है कि किसी भी बच्चे को इस घटना में चोट नहीं आई।"

सिनेमा मालिकों ने होम मिनिस्ट्री को लिखा लेटर
सिनेमा ऑर्नस एंड एक्जिबिटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAEI) ने होम मिनिस्ट्री ने गृह मंत्रालय को लेटर लिखा है। इसमें पद्मावत की रिलीज के दौरान थियेटर्स के बाहर पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने की अपील की गई है। एसोसिएशन ने थियेटर्स को सलाह दी है कि वे पूरी सुरक्षा तय होने के बाद ही फिल्म रिलीज करें। 

4 राज्यों की पुलिस नाकाम

मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा कि हम गोवा, राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात में फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं करेंगे। एसोसिएशन ने कहा- लोकल मैनेजमेंट ने हमसे कहा है कि कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है इसलिए हमने ये फैसला लिया है। बता दें कि इस एसोसिएशन से देश के 75% मल्टीप्लेक्स मालिक जुड़े हुए हैं।

ऐसे तो इंवेस्टर्स भाग जाएंगे
उधर, अरविंद केजरीवाल ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट और सरकार मिलकर सुरक्षा के साथ फिल्म रिलीज नहीं करवा पा रहे हैं। ऐसे में निवेश कैसे होगा। एफडीआई को भूल जाएं। लोकल इन्वेस्टर्स भी ऐसे में कतराएंगे। ये रोजगार के लिए बुरा है। प. बंगाल की चीफ मिनिस्टर ममता बनर्जी ने लोगों से अपील की कि वे शांति बनाए रखें। उन्होंने कहा, "अगर पद्मावत प. बंगाल में रिलीज होती है तो मुझे खुशी होगी।

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