
क्या और क्यों किया था अंधविश्वास पर हमला
सोमवार को ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कथित मिथक तोड़ते हुए नोएडा में ड्राइवरलेस मेट्रो रेल के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। दरअसल, मिथक है कि उत्तरप्रदेश का कोई भी मुख्यमंत्री नोएडा जाता है तो ज्यादा वक्त कुर्सी पर नहीं रह पाता। इसे मुलायम सिंह यादव, मायावती से लेकर अखिलेश यादव तक मानते रहे हैं। मोदी ने योगी की तारीफ करते हुए कहा कि योगी ने इसे तोड़कर दिखाया है। फिर अपने बारे में कहा कि उन्होंने भी गुजरात में सीएम रहते हुए ऐसे कई मिथक तोड़े हैं और फिर यह भी कहा कि जो व्यक्ति अंधविश्वास में यकीन करता है उसे सीएम रहने का हक नहीं है।
गुजरात में मोदी का मिथक क्या है
गुजरात में 22 साल से भाजपा सरकार है और नरेंद्र मोदी 4 बार मुख्यमंत्री रहे। चौंकाने वाली बात यह है कि उनका शपथ ग्रहण हमेशा 12:39 बजे होता आया है। इसे मोदी अपना लकी टाइम मानते हैं। उनका मानना है कि इस समय पर शपथ लेने से वो पूरे 5 साल आसानी से सत्ता का संचालन कर पाएंगे और अगली बार भी सत्ता स्थापित कर पाएंगे।
उत्तरप्रदेश में मोदी की लकी चेयर
उत्तरप्रदेश के कानपुर शहर में पीएम नरेंद्र मोदी की एक लकी चेयर है। 2014 लोकसभा चुनाव अभियान की शुरूआत उन्होंने उसी लकी चेयर पर बैठकर की थी। तब शायद उन्हे मालूम नहीं था कि यह कुर्सी उनकी लकी चेयर बन जाएगी परंतु भाजपाईयों का मानना है कि इसी लकी चेयर के कारण यूपी में मोदी को 80 में से 71 सीटों पर जीत मिली थी। उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव अभियान के समय इसका खुलासा हुआ। भोपाल समाचार डॉट कॉम के संपादक उपदेश अवस्थी बताते हैं कि मोदी जब कानपुर में यूपी विधानसभा चुनाव अभियान की शुरूआत करने आए तो वही लकी चेयर उनके लिए बिछाई गई। मोदी ने इस मिथक को नहीं तोड़ा और लकी चेयर से चुनाव अभियान की शुरूआत की। नतीजा यूपी में भाजपा को प्रचंड जीत मिली। अंधविश्वास तो है ना भाई।