
कुपोषण के बढ़ते मामलों पर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल गौर ने शिवराज सरकार पर विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही निशाना साधा था। कुपोषण का मामला उठाते शिवराज सिंह सरकार पर सवाल खड़े करते हुए गौर ने पूछा था कि श्योपुर जिले में वर्ष 2015 और 2016 में कुपोषण से किस-किस माह में कितनी मौतें हुई हैं? क्या कुपोषित बच्चे और गर्भवती महिलाओं का सर्वे कराया गया? कुपोषितों की अलग-अलग संख्या बताई जाए।
गौर के इस सवाल पर महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने जवाब दिया लेकिन बाबूलाल गौर मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने कहा था कि कुपोषण से हुई मौत के आंकड़े गलत पेश किए जा रहे हैं। बाबूलाल गौर ने कहा कि मामले की दोबारा जांच होनी चाहिए। इस पर मंत्री अर्चना चिटनिस ने उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार मामले की दोबारा जांच कराएगी।