
शहडोल लोकसभा उपचुनाव के बाद ही इन दोनों नेताओं ने 8 जून को सगाई कर ली थी। करीब पांच महीने बाद दोनों नेताओं ने अनूपपुर जिले के राजेंद्रग्राम में सात फेरे लिए। दोनों को आशीर्वाद देने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पहुंचे। हिमाद्री के माता-पिता (दलजीत सिंह और राजेश नंदनी सिंह) दोनों कांग्रेसी थे। पिता के निधन के बाद मां ने कमान संभाली और फिर कांग्रेस ने हिमाद्री को प्रत्याशी बनाया।
उपचुनाव में हिमाद्री के खिलाफ मंत्री ज्ञान सिंह को बतौर प्रत्याशी बनाकर उतारा गया था। कहा जा रहा था कि ज्ञान सिंह उनके सामने काफी कमजोर प्रत्याशी हैं फिर भी हिमाद्री चुनाव हार गईं। हिमाद्री सिंह को राहुल गांधी की टीम का सदस्य कहा जाता है। अब इस विवाह बंधन के बाद यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हिमाद्री भाजपा की राजनीति करेंगी या अपने भाजपाई पति नरेंद्र सिंह को अपने साथ कांग्रेस में ले आएंगी।