
मुंगावली और कोलारस उपचुनावों को जीतने के लिए सिंधिया ने शिवराज सिंह पर पहला वार बदरवास में किया है। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यहां बड़ा बयान देते हुए कहा कि कि इस समय अवसरवादी, भ्रष्टाचारी, घोषणावीर नेता प्रत्येक चौराहे पर मिल जायेंगे लेकिन प्राण जाए पर वचन जाए ऐसे नेता कम ही मिलते हैं। यह बात तो सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस के नेताओं में ही है। जान भली चली जाए लेकिन वचन नहीं जा सकता।
किया प्रत्याशी का इशारा
सांसद सिंधिया ने कहा कि बदरवास में मेरे पूज्य पिताजी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने वाले स्व. लालसाहब, स्व. रामसिंह थे। जो आज तक सिंधिया परिवार के कंधे से कंधा मिलाकर जनसेवा के लिए समर्पित खड़े थे लेकिन इनकी आगे आने वाली पीड़ी भी जनसेवा में पीछे नहीं है। चाहे वह नगर पंचायत उपाध्यक्ष भोले के रूप में हो या नरेन्द्र इन्होंने लाल साहब के नाम को आगे बढ़ाने में भरसक प्रयास किया और उनके बताए गए पदचिन्हों पर चल कर जनसेवा में आज भी आगे है। जिसका परिणाम आपर जनसैलाव से लगाया जा सकता है।
सिंधिया के साथ क्षेत्रीय नेताओं का लश्कर
सांसद सिंधिया के साथ कांग्रेस के तेजतर्रार विधायक रामनिवास रावत, गोपाल सिंह चौहान विधायक चंदेरी, पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला, बैजनाथ सिंह यादव, रामकुमार यादव, देवेन्द्र गुप्ता कांग्रेस प्रभारी बदरवास, महेन्द्र यादव खतौरा, मिथलेश यादव मुनिया, प्रकाशचंद झा, योगेन्द्र यादव, भरत सिंह यादव ऐजवारा आदि सहित लगभग हर वह नेता साथ था जो आसपास के कम से कम 10 गावों में अपना प्रभाव रखता है।