
मरीमाता (बाणगंगा) निवासी ट्विंकल डागरे 16 अक्टूबर 2016 को सुबह 9 बजे घर से लापता हुई थी। पिता संजय डागरे और मां रीटा डागरे का आरोप है कि ट्विंकल को भाजपा नेता जगदीश करोतिया ने अगवा कर मार डाला है। मामले को लेकर हाईकोर्ट की फटकार के बाद पुलिस ने नए सिरे से छानबीन की और जगदीश, उसके बेटे विनय, अजय व जितेंद्र सहित करीब 12 लोगों से पूछताछ की। पुलिस ने जगदीश को 10 घंटे थाने में रखा और ट्विंकल के बारे में पूछा।
अफसरों के मुताबिक जगदीश ने बताया कि समाज का चौधरी होने के कारण ट्विंकल उसको पिता का दर्जा देती थी। वह पिता संजय से परेशान थी। दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ थाने में रिपोर्ट भी लिखवा चुके थे। पुलिस ने जगदीश को ट्विंकल के मोबाइल की आखिरी लोकेशन दिखाई और कहा कि वह गायब होने के पूर्व उसके घर के आसपास ही थी। करोतिया ने कहा दोनों के घर आसपास ही है इसलिए लोकेशन एक जैसी मिल रही है।
गुमराह करने के लिए गायब कर दिया मोबाइल
पुलिस के मुताबिक गायब होने के एक दिन बाद ट्विंकल का मोबाइल चालू हुआ था। उसकी लोकेशन बदनावर की ट्रेस हुई है। पुलिस बदनावर पहुंची और मंगेतर अमित रील के बयान लिए। उसने बताया कि उस वक्त वह खुद इंदौर आया था। संजय के मुताबिक ट्विंकल की सगाई हो चुकी थी। दोनों की फरवरी में शादी भी तय हो गई थी। आरोपियों ने गुमराह करने के लिए मोबाइल चालू किया और गायब कर दिया।
अंधे कत्ल से क्राइम ब्रांच ने पल्ला झाड़ा
अंधे कत्लों की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ट्विंकल अपहरण केस की जांच से दूरी बना रही है। परिजन और जांच अफसरों का मानना है कि ट्विंकल की हत्या हो चुकी है। तकनीकी रूप से दक्ष क्राइम ब्रांच इस केस की जांच करने से कतरा रही है