
प्रथम दृष्टया जांच में लगभग 15 करोड़ रुपए की गड़बड़ी सामने आने पर सरकार ने आयुक्त खाद्य विवेक पोरवाल, कृषि संचालक एमएल मीना सहित अन्य अधिकारियों का दल भेजकर जांच कराई थी। इसमें प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही प्रमाणित हुई थी। इसके आधार पर सात अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, लेकिन बड़े अधिकारियों को बचा लिया गया था। जबकि मुख्य सचिव और वित्त विभाग के अधिकारी जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने के पक्ष में थे।
पिछले दिनों जब कैबिनेट में अमानक खरीदी को मान्य करते हुए किसानों को भुगतान करने का प्रस्ताव आया, तब भी कुछ मंत्रियों ने इस मुद्दे को उठाया। बताया जा रहा है कि इसे देखते हुए सरकार ने 2007 बैच के आईएएस अफसर नरसिंहपुर कलेक्टर डॉ. रामराव भोंसले को हटाकर संदेश देने की कोशिश की है कि लापरवाही को भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विश्वनाथन होंगे मिशन संचालक
असम-मेघालय कैडर से मध्यप्रदेश संवर्ग में स्थानांतरित होकर आए 2008 बैच के आईएएस अफसर एस. विश्वनाथन को मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन बनाया गया है। इनके कार्यभार ग्रहण करते ही डॉ. पल्लवी जैन गोविल इस जिम्मेदारी से मुक्त हो जाएंगी।