नई दिल्ली। मोबाइल रिचार्ज के काम से शुरू हुआ पेटीएम अब देश भर का जाना पहचाना नाम बन गया है। पेटीएम अब पैमेंट बैंक भी है और पिछले साल उसने धूमधाम के साथ अपना ऑनलाइन मार्केटप्लेस पेटीएम मॉल भी लांच किया था परंतु लगता है, ग्राहकों को पेटीएम का मॉल पसंद नहीं आया। हर कदम पर मुनाफा कमाने वाली कंपनी का मॉल घाटे में चला गया। उसकी कुल आय 7 करोड़ के आसपास थी जबकि खर्चे 20 करोड़। मॉल 13 करोड़ के घाटे में चला गया।
पेटीएम ई-कॉमर्स को अगस्त 2016 से मार्च 2017 तक कुल 13.63 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कंपनी द्वारा कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय को दी गई सूचना में यह जानकारी दी गई है।दस्तावेजों के अनुसार पेटीएम मॉल की इस अवधि में कुल आय 7.34 करोड़ रुपये रही। इसी साल इसे अलग एप के रूप विभाजित किया गया था। पेटीएम ई-कामर्स ने पेटीएम के ऑनलाइन मार्केटप्लेस कारोबार को अपने हाथ में लिया था।
पेटीएम ने आॅनलाइन शॉपिंग साइट काफी पहले से ही शुरू कर दी थी लेकिन पेटीएम सबसे ज्यादा सुर्खियों में तब आया जब भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की और बाजार में नोटों की किल्लत आ गई। तब पेटीएम ने खुद को एटीएम के विकल्प के रूप में पेश किया। पीएम मोदी का फोटो लगा विज्ञापन जारी हुआ। ग्राहकों को भ्रम हुआ कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पेटीएम को प्रमोट कर रहे हैं। बताया जाता है कि इसमें चीन के कारोबारी का पैसा लगा हुआ है।