
बालाजी इलेक्ट्रिकल्स के मुताबिक, दबाव बनाने पर भवानी सिंह ने 55 लाख रुपए का एक चेक दिया। फिर 35 लाख का एक चेक दिया। अंत में 25 लाख का एक और चेक दिया। दरअसल, बालाजी इलेक्ट्रिकल्स को चेक तो मिल गया, लेकिन बैंक में लगाने पर पता चला कि जिस खाते का चेक दिया गया था, उसमें पैसा ही नहीं है।
जिसकी सूचना उन्होंने भवानी सिंह को अपने वकील के माध्यम से दिलाई, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, जिसके बाद उन्होंने कोर्ट में भवानी सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दायर किया है। हालांकि तीनों चेकों पर दो और एक दिन का अंतर करके तारीख दी गयी थी। सभी चेक इसी साल के जुलाई माह की 15, 18 और 20 तारीख को दिए गए थे।