संघ पुरुषों के लिए आरक्षित है, इसमें महिलाएं नहीं होतीं: वैद्य का राहुल को जवाब

भोपाल। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने राहुल गांधी के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पुरुषों का संगठन है। इसमें महिलाएं नहीं होतीं। उन्होंने कहा कि आरएसएस में महिलाओं की मांग करना बिल्कुल वैसा ही है जैसे पुरुषों की हॉकी में महिला खिलाड़ियों की अनुपस्थिति पर सवाल उठाना। बता दें कि गुजरात दौरे के दौरान राहुल गांधी ने सवाल किया था कि आरएसएस में महिलाओं को प्रभावशाली पद क्यों नहीं दिए जाते। 

दरअसल, 12 से 14 अक्टूबर तक भोपाल में आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक आयोजित की गयी है। बैठक के सिलसिले में मनमोहन वैद्य मीडिया से रूबरू हो रहे थे।गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी के आरएसएस के बयान को लेकर मनमोहन वैद्य ने राहुल गांधी पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि संघ पुरुषों के बीच ही काम करता है, पुरुष हॉकी में महिला नहीं होती हैं। राहुल गांधी को अपनी पार्टी में महिलाओं की चिंता करनी चाहिए। उनके भाषणों की स्क्रिप्ट लिखने वाले समझदार नहीं हैं। हम पर सवाल खड़े करके कांग्रेस का जनाधार कम हो रहा है। मंगलवार को राहुल ने संघ में महिलाओं शामिल नहीं करने पर निशाना साधा था।

वैद्य यहीं नहीं रुके, उन्होनें बिना नाम लिए राजीव गांधी और इंदिरा गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह भी संघ का विस्तार नहीं रोक पाए। पिता और दादी ने भी संघ के खिलाफ अनर्गल प्रलाप किया, लेकिन संघ का विस्तार होता चला गया। संघ सिर्फ पुरुषों के बीच काम करने के लिए बना है, जो अपना काम बखूबी कर रहा है। लोगों को समय को समझना होगा। 

मनमोहन ने कहा कि राहुल का भाषण लिखने वाले स्क्रिप्ट राइटर संघ के बारे में जानना चाहते हैं, तो बौद्धिक लोगों का सहयोग लें। कांग्रेस को चाहिए कि वह भाजपा से प्रतिस्पर्धा करे, संघ से नहीं। उन्होंने बताया कि सर संघचालक मोहन भागवत के विजयादशमी उद्बोधन के बाद देश में 20 स्थानों पर बुद्धिजीवियों से चर्चा की गई है। 50000 से ज्यादा शाखा कार्यकर्ताओं के दम पर चल रही, सरकारी कृपा से नहीं।

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