लखनऊ। बीते 7 दिनों से लक्ष्मण मेला मैदान में राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने सहित नौ सूत्रीय मांगों को लेकर ग्राम रोजगार सेवक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी के तहत सोमवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये हजारों की संख्या में ग्राम रोजगार सेवकों ने विधानसभा के सामने सफाई अभियान चलाने के लिए दारुलशफा से कूच किया। पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोका तो वह उग्र हो गए। प्रदर्शनकारी जब पुलिस से भिड़ गए तो पुलिस ने उन पर हल्का बल प्रयोग कर उन्हें काबू में किया।
काफी देर तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने किसी तरह स्थिति संभाली। इस लाठीचार्ज में कई ग्राम रोजगार सेवकों को चोटे आईं हैं। पुलिस ने कुछ रोजगार सेवकों को हिरासत में भी ले लिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर वह कई बार भूख हड़ताल, प्रदर्शन, विधान भवन का घेराव, अर्धनग्न प्रदर्शन से लेकर जहर तक खा चुके हैं लेकिन सरकार ने उनकी बात नहीं मानी। इस दौरान यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। फिलहाल स्थिती अब नियंत्रण में है। पुलिस ने कुछ ग्राम रोजगार सेवकों को हिरासत में लिया है।
भीख मांगकर सीएम राहत कोष में देंगे पैसे
ग्राम रोजगार सेवक संघ के मेम्बर कमलेश कुमार के मुताबिक, यदि सरकार हमारी मांगें जल्द पूरी नहीं करती है तो ग्राम रोजगार सेवक उग्र आन्दोलन करेंगे। 19 सितंबर को सभी रोजगार सेवक भीख मांगकर इकठ्ठा किए गए पैसों को सीएम राहत कोष में देंगे। ग्राम रोजगार सेवकों ने बताया, एक्स सीएम अखिलेश यादव ने उनसे वादा किया था कि उनको विनियमित किया जाएगा, लेकिन आज तक उनकी मांगें पूरी नहीं की गई। उनका पूरा परिवार सड़कों पर आ गया है। उन्होंने कई बार शासन-प्रशासन को लेटर लिखकर और मुलाकत कर अपनी प्रॉब्लम बताई। बदले में उन्हें केवल आश्वासन मिला। उनकी मांगे आज भी जस की तस है।