
नेशनल एंटी रैगिंग कमेटी की हेल्पलाइन में गांधी नगर पीपलनेर एयरपोर्ट रोड स्थित सागर इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नालाजी के बीई प्रथम वर्ष के छात्र ने शिकायत दर्ज कराते हुए नेशनल एंटी रैगिंग कमेटी से यह भी सुझाव मांगा है कि क्या यह सब रैगिंग की श्रेणी में आता है? एंटी रैगिंग कमेटी ने यह शिकायत कॉलेज प्रबंधन को भेजते हुए जांच कराने के आदेश दिए है। कॉलेज प्रबंधन का इस मामले में मानना है कि ड्रेस कोड तो कॉलेज में लागू है लेकिन कोई दबाव नहीं बना सकता है। यह रैगिंग की श्रेणी में तो नहीं है लेकिन सीनियर छात्रों को बुलाकर समझाईश देना जरूरी है। कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारी बीएस कुशवाहा ने बताया कि इस मामले में सोमवार को सभी सीनियरों को बुलाया जाएगा।
यहां याद दिलाना जरूरी है कि किसी भी कॉलेज में यूनिफार्म की जांच के लिए सीनियर छात्रों को नियुक्त नहीं किया जा सकता। यह काम कॉलेज प्रशासन का है। उसके पास इसके लिए अलग से कर्मचारी होने चाहिए। यदि सीनियर स्टूडेंट जूनियर्स को कॉलेज के किसी भी नियम का पालन करने के लिए बाध्य करते हैं एवं दण्ड स्वरूप मारपीट करते हैं तो यह रैगिंग की श्रेणी में आता है। कॉलेज प्रशासन ने रैगिंग मामले में सीनियर्स को बचाने की कोशिश की है।