
संजय कहते हैं कि यरवडा जेल में बंद रहने के दौरान उनके बच्चे अक्सर उनकी पत्नी से संजय से फोन पर बात करवाने के लिए कहते थे। जिसके बाद मान्यता उनकी बात को यह कहकर टाल देती थी कि उनके पापा पहाड़ो पर शूटिंग करने गए हुए हैं जहां मोबाइल का सिगनल नहीं आता है इसलिए उनकी बात पापा से नहीं हो पाएगी।
अपने यंग ऐज के दौरान ड्रग्स की तलत का जिक्र करते हुए संजय दत्त ने बेबाकी से कहा कि उनकी आदतों की वजह से पिता सुनील दत्त को परेशान होना पड़ा. मां नरगिस दत्त बचपन में उन्हें बेहद प्यार करती थी कि वो उनके खिलाफ कोई शिकायत नहीं सुनना चाहती थीं. हालांकि कॉलेज के दिनों में खराब संगत की वजह से संजय दत्त को नशे और ड्रग्स की लत लग गई. इसी को लेकर वो बोले कि उनका बेटा उन जैसा ना बने. उन्होंने ये भी कहा कि अगर लोग मुझे रोल मॉडल नहीं मानते तो मुझे इसका कोई दुख नहीं है.
इंडिया टुडे माइंड रॉक्स के लीविंग लाइफ ऑन द ऐज के सेशन में हिस्सा लेने पहुंचे संजय दत्त ने कहा कि, शुरुआती दिनों की उनकी कहानी दूसरे युवाओं की तरह ही क्रेजी थी. हालांकि उन्होंने माना, 'जीवन में सेक्स, ड्रग्स शामिल रहा. लेकिन इन सब आदतों के बावजूद उनमें भगवान को लेकर हमेशा से विश्वास रहा है. संजय दत्त ने कहा कि वो शिव भक्त हैं.
संजय दत्त ने जेल में बिताए दिनों को याद करते हुए बताया कि जेल में रहते हुए उन्होंने बहुत सी धार्मिक किताबें पढ़ी. संजय ने कहा- मैंने गीता, रामायण, महाभारत, शिवपुराण जैसी किताबें पढ़ीं. उन्होंने कहा कि जब इस बार मैं जेल गया था तो मुझे चार साल वहां काटने थे. मैंने सोचा मुझे पॉजीटिव रहना होगा और अच्छा काम करना होगा.
संजय दत्त ने इस इवेंट पर उन पर बन रही बायोपिक को लेकर खुशी जाहिर की. संजय दत्त बोले, 'अब मैं अपनी उम्र के रोल करना चाहता हूं. लकी हूं कि मेरी बायोपिक बन रही है. रणबीर ने बहुत अच्छा काम किया है. इसे राजू हिरानी से अच्छा कोई नहीं बना सकता था.' संजय ने ये भी कहा मुन्नाभाई सीरीज की अगली फिल्म भी आएगी. संजय ने युवाओं से कहा, 'सुरक्षित रहे, घर जल्दी आएं. ड्रग्स से दूर रहें. मैंने अपनी गलतियों से सीखा है. कानून मत तोड़ो. देश से प्यार करो.