रोज 50 डिलीवरी का प्रेशर, डॉक्टर झांकने तक नहीं आते: नर्सों की हड़ताल

भोपाल। सुल्तानिया जनाना अस्पताल में नर्सों को सस्पेंड किए जाने के बाद बुधवार को एसोसिएशन से जुड़ी सैकड़ों नर्स हड़ताल पर रही। नाराज नर्सों ने एचओडी डॉ. अरुणा कुमार व अधीक्षक डॉ. करण पीपरे के खिलाफ नारे लगाए। नर्सों का आरोप है कि अस्पताल में हर दिन 50 डिलीवरी कराने का प्रेशर रहता है। प्रसूताएं फर्श पर पड़ी रहती हैं। डॉक्टर झांकने तक नहीं आते, जब कोई मामला फंसता है नर्सों को सस्पेंड कर दिया जाता है।

हेल्थ एंड मेडिकल एजुकेशन एम्पलाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र कौरव ने बताया कि डॉ. अरुण कुमार ने वरिष्ठ चिकित्सकों को गलत जानकारी दी और जानबूझकर नर्सों को फंसा दिया, जो ठीक नहीं है। इस मामले में डीन डॉ. एमसी सोनगरा ने कहा कि विवाद जैसी कोई बात भी नहीं है। कोई समस्या है तो समाधान किया जाएगा।

परेशानी से बचने के लिए जेपी-काटजू का सहारा
बुधवार को सुल्तानिया में हड़ताल के चलते मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस दौरान परेशानियों से बचने के लिए जेपी और काटजू अस्पतालों का सहारा लिया गया। सुल्तानिया में रोज 700 से अधिक महिलाएं उपचार के लिए पहुंचती हैं। यही नहीं यहां 350 से ज्यादा महिला मरीज भर्ती हैं। अस्पताल में हर रोज 30 से 35 ऑपरेशन किए जाते हैं। इन सब मरीजों की देखरेख का जिम्मा नर्सों के हवाले है। ऐसे में मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

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