GWALIOR में भाई और पिता के सामने बेटी का गैंगरेप

ग्वालियर। 4 नकाबपोश बदमाशों ने एक घर में घुसकर पिता और भाई को गन पाइंट पर लिया और बेटी के साथ गैंगरेप किया। पूरा घटनाक्रम करीब 1 घंटे तक चलता रहा। पीड़ित परिवार को आरोपियों के नाम तक नहीं पता। पुलिस मामले को संदेह की नजर से देख रही है। इस दौरान पुलिस ने सबसे पहले पिता और उनके 9 साल के बेटे से सवाल जवाब किए। घटना रविवार की तड़के न्यू बस्ती महलगांव में हुई। जिस युवती के साथ गैंगरेप हुआ वो भी नाबालिग है। 

किशोरी के साथ घर में ही गैंगरेप की सूचना पर डीआईजी मनोहर वर्मा, एसपी डॉ. आशीष व एएसपी अभिषेक तिवारी ने पहले किशोरी के पिता और 9 साल के भाई से पूरे घटनाक्रम को सुना। महिला एसआई ने किशोरी का बयान लिया। इसके बाद अधिकारी फोरेंसिक टीम के साथ पड़ताल के लिए मौके पर पहुंचे। पुलिस के ये बात गले नहीं उतर रही थी कि टीन का दरवाजा लात मारने से कैसे खुल गया। डीआईजी व एसपी दोपहर को घटनास्थल पर पहुंचे। पहाड़ी पर सूनसान क्षेत्र में पीड़िता का घर बना है। कुछ ही दूरी पर एक और मकान है। मुख्य दरवाजे के बाद आंगन है। दरवाजा भी टीन का है। दोनों अधिकारियों ने कई बार दरवाजा खोलकर व बंद करके देखा। इसके बाद एएसपी अभिषेक तिवारी ने दरवाजे की दीवार में लगी ईंटे को सहारे चढ़कर देखा। पुलिस अधिकारी दोनों कमरों में भी गए।

पिता का बयान 
पिता व भाई ने बताया कि चारों बदमाशों की उम्र 20 से 25 साल के बीच थे। चारों जींस व टी-शर्ट पहने हुए थे और सामान्य कद काठी के थे। पहचान छिपाने के लिए चारों बदमाश मुंह पर साफी बांधे हुए थे। हुलिया के आधार पर पुलिस ने घटनास्थल के आसपास रहने वाले संदेहियों को थाने लाकर पूछताछ शुरू कर दी है। पिता-पुत्र का कहना है कि बदमाशों के सामने आने पर पहचान लेंगे।

बेटे का बयान
टीन का दरवाजा पीटने पर मेरी नींद खुल गई। चारों बदमाशों के कमरे अंदर आने के बाद मैं डरकर बिस्तर से उठकर बैठ गया। बदमाश मुंह कपड़े से बांधे हुए थे। एक ने मेरे सिर पर व दूसरे बदमाश ने पापा के सिर पिस्तौल रख दी। इन बदमाशों ने बहन से कहा कि चल पोहा बना। बहन ने कहा कि पोहा नहीं हैं। इस पर उन्होंने परांठे बनाने को कहा। इसके बाद बहन दूसरे कमरे में चली गई। दो बदमाश उसके पीछे कमरे में चले गए। एक बदमाश उसके सिर पर पिस्तौल रखा रहा। दूसरा बदमाश पेंचकस से अलमारी खोलने लगा। अलमारी से सोने-चांदी के गहने निकाल लिए। इसके बाद दोनों बदमाशों के कमरे से बाहर निकलने के बाद दूसरे बदमाश कमरे में चले गए। इन बदमाशों ने एक का नाम सुहैल लिया था।

मौत की सजा होनी चाहिए
इस घटना से व्यथित किशोरी के पिता ने कहा कि पुलिस उन पर ही संदेह कर रही है। ऐसे सवाल कर रही है, जैसे उन्होंने कोई अपराध कर दिया हो। जबकि ऐसे दरिंदों को पुलिस को गोली मार देना चाहिए।

4 बजे गश्त ढीला पड़ जाता है
न्यू बस्ती में लूट व किशोरी के साथ गैंगरेप करने वाले बदमाश काफी शातिर हैं। पुलिस के टाइम टेबल से भी वाकिफ हैं। उन्हें पता है कि रात्रि गश्त में निकले अधिकारी 4 बजे ठंड़े पड़ जाते हैं। प्रातः गश्त करने वाले अधिकारी 5 बजे के बाद ही सड़कों पर आते हैं। इसलिए वारदात के लिए बदमाशों ने सुबह 4 से 5 बजे का समय चुना। पुलिस को आशंका है कि बदमाश आसपास के होंगे, क्योंकि उन्हें घर की स्थिति पहले से पता थी।
गरीब परिवारों ने पहाड़ियों पर कब्जा कर कच्चे-पक्के घर बना लिए हैं। ये बस्तियां सूनसान क्षेत्र में होने के कारण पुलिस की पहुंच से भी बाहर हैं। पुलिस भी कोई वारदात होने पर इन बस्तियों में पहुंचती है। इसके कारण नशेड़ी व शरारती तत्व इन बस्तियों में आश्रय लेते हैं।

डकैती का मामला नहीं बनता
घटना की पड़ताल के बाद गैंगरेप व लूट का मामला दर्ज कर लिया है। डकैती का मामला नहीं बनता है। इसलिए दर्ज नहीं किया गया।
विनोद करकरे
यूनिवर्सिटी थाने के टीआई

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !