प्रधानमंत्री बनेंगे योगी आदित्यनाथ: उनके पिता को है विश्वास

टिहरी/श्रीनगर। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद बिष्ट को भरोसा है कि उनका बेटा एक दिन प्रधानमंत्री बनेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए योगी की जरूरत थी। जिस तरह योगी विकास के लिए तेजी से फैसले ले रहे हैं, उससे वह संतुष्ट हैं।हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि मुख्यालय में गुरुवार को पत्रकारों से सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि यूपी और उत्तराखंड के विकास कार्यों को लेकर सरकार की कार्यप्रणाली में 9 और 10 का अंतर है। विकास की गति पर उन्होंने उत्तराखंड को नौ और यूपी को 10 अंक दिए। उन्होंने कहा उत्तराखंड में उतनी तेजी से निर्णय नहीं हो रहे। यहां की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण ऐसा हो रहा है।

विधायक ऋतु खंडूड़ी की जीत में योगी की रही महत्वपूर्ण भूमिका 
उन्होंने बताया कि योगी चुनाव के दौरान फरवरी में गांव आए थे। मौजूदा विधायक ऋतु खंडूड़ी को जीत दिलाने में योगी की बड़ी भूमिका रही। गांवों की समस्या के बारे में उन्होंने कहा कि यदि गांवों में चकबंदी हो जाय तो बेहतर रहेगा। इससे पलायन भी रूकेगा। जिन स्कूलों में छात्र संख्या कम है, उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा बंद कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि महायोगी गुरूगोरखनाथ महाविद्यालय बिथयाणी के प्रबंधक होने के नाते वह कॉलेज की मान्यता संबंधी कार्य के लिए यहां आए हैं। मेरा प्रयास है कि कॉलेज में पीजी की कक्षाएं शुरू हों। इस क्षेत्र में यह अकेला महाविद्यालय है।  

श्रीनगर गढ़वाल विवि मुख्यालय में पहुंचे योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का यहां गर्मजोशी के साथ स्वागत हुआ। विवि के प्रति कुलपति कक्ष में स्वयं प्रति कुलपति प्रो. डीएस नेगी, कुलसचिव डॉ. पदमाकर मिश्रा, शिक्षणेत्तर कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष राजेंद्र भंडारी, छात्र संघ अध्यक्ष अंकुर रावत, एबीवीपी के प्रदेश मंत्री सुधीर जोशी, परिषद के पूर्व अध्यक्ष नरेश खंडूड़ी, मनोज रतूड़ी, पुष्कर चौहान, रविंद्र सिलवाल सहित अन्य छात्र व कर्मचारी नेताओं ने उनका माल्यार्पण कर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। उनके साथ फोटो व सेल्फी भी ली।

सीएम बेटे के बाद अब पिता भी लगे जन सेवा में 
बेटा सीएम है और प्रदेश की कमान संभाल रहा है तो पिता भी अब जनसमस्याओं को लेकर अधिकारियों के चक्कर काटने लगे हैं। उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता आनन्द सिंह बिष्ट इन दिनों अपने क्षेत्र के एकमात्र गोरखनाथ महाविद्यालय को उच्चीकृत्त करने के लिए गढ़वाल विवि के प्रति कुलपति डीएस नेगी से मुलाकात की। उन्होंने उनसे महाविद्यालय में साइंस और कॉमर्स की कक्षाओं को संचालन की भी बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि लम्बे समय से क्षेत्र के युवा पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए देहरादून दिल्ली जैसे शहरों का रूख कर रहे हैं।

अगर विवि महाविद्यालय का उच्चीकरण कर दें तो इससे क्षेत्र के युवाओं को फायदा पहुंचेगा। साथ ही उन्होंने पत्रकार वार्ता में उत्तराखंड की समस्याओं को भी रखा। उन्होंने कहा कि अगर उत्तराखंड सरकार गांव में चक्काबन्दी को लागू करती है तो इससे कुछ हद तक पलायन रूक सकेगा। उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड के बीच परिसम्पतियों के बंटवारे पर बोलते हुए आनन्द सिंह बिष्ठ ने कहा कि अगर ये मसला अभी नहीं सुधरा तो शायद इस मसले को कोई नहीं सुधार पाएगा।

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