वो विज्ञापन तो याद होगा आपको जिसमें एक क्रिकेट स्टार कहता है 'जब तक बल्ला चल रहा है...'। क्रिकेट स्टार एवं टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के साथ इन दिनों कुछ ऐसा ही हो रहा है। जब तक वो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, बस तभी तक टीम में हैं। जिस दिन भी उनका प्रदर्शन कमजोर पड़ा। उन्हे टीम से बाहर कर दिया जाएगा। यह इशारा चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद ने किया है। चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद ने कहा कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य पर चयन बैठक में चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा कि धोनी अगर प्रदर्शन नहीं करते हैं तो ही विकल्प तलाशेंगे। वहीं युवराज सिंह को आराम देने की स्थिति को स्पष्ट करने के बाद प्रसाद से जब धोनी के बाबत पूछा गया तो उन्होंने उत्तर दिया, 'मैं ईमानदारी से कहूंगा। चर्चाएं हर किसी के बारे में होती हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि महेंद्र सिंह धोनी के बारे में ही चर्चा हुई। जब हम टीम चुनते हैं तो हम संयोजन की बात करते हैं। हम हर किसी के बारे में चर्चा करते हैं। धोनी के भविष्य के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि इसकी भविष्यवाणी करना मुश्किल है। पर जब तब वह टीम के प्रदर्शन कर रहा है, इसमें कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
भारतीय टीम करे अच्छा प्रर्दशन
उन्होंने कहा, 'हम यह नहीं कहते कि यह चयनएक स्वत: होने वाली चीज है लेकिन हम देखेंगे. हम सभी चाहते हैं कि भारतीय टीम अच्छा प्रदर्शन करें। अगर वह अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तो क्यों नहीं उसे ही चुना जाए. अगर वह नहीं होगा तो हमें उसका विकल्पों को तलाशना होगा।
दिया आंद्रे अगासी का उदाहरण
उन्होंने आंद्रे अगासी का उदाहरण देते हुए कहा कि कुछ खिलाड़ी कैसे उम्र के साथ बेहतर होते जाते हैं। उन्होंने कहा, मैं आंद्रे अगासी की आत्मकथा ओपन पढ़ रहा था, उनकी असल जिदंगी 30 साल की उम्र के बाद ही शुरू हुई। उस समय तक उन्होंने दो या तीन ट्राफी जी ली थी। वह मीडिया के दबाव में रहे जिसमें उनके सवाल रहे कि आप कब संन्यास लोगे, पर वह 36 साल की उम्र तक खेले। बता दें कि कई सारे ग्रैंडस्लैम खिताब उनकी झोली में है।