कहां लिखा है इस्लाम में भगवा रंग हराम है: नूरी खान

उज्जैन। भगवा वस्त्र पहनकर ओम नम: शिवाय का जाप करने के बाद चर्चा में आईं कांग्रेस नेता नूरी खान ने एक वीडियो में कहा कि मैं कोई सफाई देने नहीं आई हूं। मैंने अपनी विचारधारा से सब को अवगत कराया है। मैंने मौलानाओं के खिलाफ कोई जंग शुरू नहीं की है। न ही पहली बार भगवा रंग पहना। मुझे भगवा रंग पसंद है क्योंकि यह आजादी का रंग है। कोई भी रंग किसी का कॉपीराइट नहीं हो सकता। भगवा रंग अलग है और भगवा सोच और विचारधारा अलग।

उन्होंने कहा कि इस्लाम बहुत मजबूत है। उसकी मजबूती की वजह से ही मैं इस कौम में राजनीति कर रहीं हूं। जब किसी भी सवाल का जवाब नहीं मिलता तो उसका जवाब कुरान में ढूंढना चाहिए। एक कथित मौलवी ने कहा कि भगवा हराम है। मैंने उनसे पूछा कि यह लिखा हुआ बता दीजिए, पर वे नहीं बता सके। मुस्लिम होने के नाते भाई-चारा बढ़ाने को मैंने भगवा रंग का वस्त्र पहनकर ओम नम:शिवाय का जाप किया।

अगर किसी के सम्मान में यह अल्फाज कह दूं तो इससे इस्लाम खतरे में कैसे पड़ सकता है। ऐसा करने से में कोई गैर मुसलमान नहीं हो गई। मैंने हिंदू भाइयों के सम्मान में बोला। मान लीजिए अगर में गलत भी हूं तो क्या मुझे गालियां दी जा सकती हैं। इस्लाम का गलत चेहरा प्रस्तुत करना बहुत गलत बात है। मैं हर समाज का, धर्म का सम्मान करती हूं और करती रहूंगी। मैंने केसरिया और हरे के बीच का फर्क मिटाना चाहा।

बहुत दुख की बात है पहले देश बांटा, फिर दिलों को बांट दिया और अब रंग को बांट दिया गया। मेरे कुछ भाई नफरतों को बढ़ावा देना चाहते हैं। क्या ओम नम: शिवाय बोलने से क्या धर्मांतरण हो जाता है। इस्लाम खतरे में पड़ जाता है। हिंदू भाई भी कई बार अल्लाह बोलते हैं। ऐसा बोलने से क्या उनका हिंदूत्व खतरे में आ जाता है। कट्टरता से देश बर्बाद होगा।

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