बेल्लारी। पेशाब को गंदा और उपयोग हीन तरल पदार्थ माना जाता है। लोग यहां वहां कहीं भी जहां कचरा हो या गंदगी हो, यूरिन करना अपना अधिकार समझते हैं परंतु क्या आप जानते हैं मनुष्य की यूरिन भी काफी उपयोगी होती है। बेल्लारी में यूरिन से यूरिया बनाया जा रहा है। यह फसलों के लिए अच्छी खाद की तरह उपयोग किया जा रहा है। उत्साहित प्रशासन अब जगह जगह बिना पानी वाले मूत्रालय स्थापित कर रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा यूरिन जमा हो और उसका उपयोग किया जा सके।
यहां 'स्वच्छ बेल्लारी मिशन' के तहत पानी रहित मूत्रालयों को स्थापित किया गया था। मूत्र में नाइट्रोजन, पोटेशियम और फॉस्फेट शामिल होते हैं, इसका उपयोग कृषि उद्देश्य के लिए किया जाता है। कृषि वैज्ञानिकों ने यह प्रमाणित किया है कि मूत्र से निकाले जाने वाले कंपोस्ट का इस्तेमाल फसलों के लिए किया जा सकता है। अब इसकी सफलता से उत्साहित जिला प्रशासन शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पांच और ऐसे ही मूत्रालय स्थापित करने की योजना बना रहा है। सफलता के बाद पूरे देश में इसका फैलना तय है। इसके अलावा भी दुनिया में यूरिन का कई प्रकार से उपयोग किया जाता रहा है।
दांत चमकाने का पुरातन तरीका
रोमन्स के लिए तो यूरीन एक जमाने में सबसे ज्यादा प्रचलित टूथ वाइटनर रहा है। दरअसल यह अमोनिया पैदा करता है। जब इसे उबालकर बोतल में बंद किया जाता है तो इसमें उच्च स्तरीय अमोनिया कंटेट पैदा हो जाते हैं। अमोनिया को एंटीबैक्टिरियल खासियत के कारण साफ-सफाई करने वाले उत्पादों में शामिल किया जाता है। आप इसी की गंध को लगभग हर यूरिनल में आसानी से महसूस कर सकते हैं। वैसे आप भी अगर यूरीन से दांतों को चमकाने के बारे में सोच रहे हैं तो एक च्यूइंगम जरूर साथ रखिएगा।
फ्लेवर्ड सिगरेट का खास तत्व
यूरीन का खास तत्व होता है यूरिया जिसे कार्बामाइड के नाम से भी जाना जाता है। इसी से सिगरेट में फ्लेवर मिलाया जाता है। बेफिक्र रहिए... सिगरेट कंपनियों अपने कर्मचारियों को सीधे तंबाकू मिक्सचर में पेशाब करने को नहीं कहती है! लैब्स में तैयार किए गए सिंथेटिक यूरिया का उपयोग फ्लेवर बनाने में किया जाता है।
भविष्य में कार भी चलाएगा
यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में कार चलाने के लिए भी यूरीन का उपयोग किया जा सकता है। ओहियो के वैज्ञानिक तो इस दिशा में काफी काम कर भी चुके हैं। दावा किया जा रहा है कि सालभर के अंदर उस कार को चला लिया जाएगा। यह एक गैलन में 90 किलोमीटर तक चल सकेगी।