में रात में क्या कर रही थी, ये सवाल सिर्फ मेरे पापा कर सकते हैं: वर्णिका

चंडीगढ़ में आईएएस की बेटी वर्णिका कुंडू के साथ छेड़छाड़ का मामला सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। फेसबुक और टवीटर पर वर्णिका को चंडीगढ़ की शेरनी के नाम से पोस्ट डाली जा रही हैं। वहीं विकास बराला बीजेपी नेताओं व बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला पर जबरदस्त तरीके से कमेंट्स किए जा रहे हैं। हरियाणा के भाजपा अध्यक्ष सुभाष बरला के बेटे ने 29 वर्षीय डीजे वर्णिका कुंडू का चंडीगढ़ की सड़कों पर पीछा किया और उसका अपहरण कर लिया गया लेकिन एक अपमानजनक बयान पर सुभाष बरला के बेटे ने सवाल उठाया कि वह देर रात क्यों थीं?

हरियाणा भाजपा के उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी ने टिप्पणी करते हुए कहा कि वह देर रात तक घर से बाहर क्यों थीं। माता-पिता को अपने बच्चों को देर रात तक बाहर रहने की इजाजत नहीं देनी चाहिए। रात में चारों ओर घूमने का क्या मतलब है?

एक चैनल के इंटरव्यू में मिस कुंडु ने इस बात का जोरदार जवाब देते हुए कहा कि इससे अपको मतलब नही होना चाहिए कि मैं कहां जा रही हूं कहां नही, इस बात का मतलब सिर्फ मुझसे और मेरे परिवार से है। आपको बस इतना ही जानना काफी है कि अगर मैं बाहर जा रहीं हूं तो मैं सुरक्षित नही हूं चाहे वो रात के 12 बज रहें हों या 4 बजे हों। 29 वर्षीय वर्णिका ने आगे कहा कि अगर मैं रात में ऐसे बाहर जा रही हूं तो मेरी गलती है? क्या पुरूषों को अपने ऊपर कंट्रोल नही होना चाहिए।

वर्णिका ने अपने फेसबुक अकांउट पर जब इस बात को शेयर किया तो सोशल मीडिया पर ये तेजी से वायरल हो गया। उन्होने बताया कि कैसे शुक्रवार की बीच रात को 23 वर्षीय विकास बरला और उसके दोस्तों ने उनका किडनैप करके अपनी एसयूवी कार में बंद करने की कोशिश की लेकिन वर्णिका ने कार की खिड़की पर टक्कर मारी और कार के गेट को खोलने की कोशिश की। पुलिस पैट्रोल टीम ने उसके एसओएस का दिया और उसकी लोकेशन पर पहुंचे एक आदमी ने कुंडू को खिड़की पीटते हुए भी देखा था। जो गवाह के रूप में था।

बीजेपी ने अध्यक्ष बरला के इस्तीफे से इन्कार कर दिया हैं जो आलोचकों के अनुसार कवर-अप के प्रयासों के बारे में अटकलों को मजबूत करता है. 

पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है. अपहरण करने का आरोप नही लगाया गया बतादें आपको ये एक गैर-जमानती आरोप है. फिर भी आरोपी गिरफ्तारी के कुछ घंटो बाद पुलिस हिरासत से बाहर थे.

यद्यपि वर्णिका ने आदमी के अपहरण के इरादे के बारे में शिकायत की तो पुलिस ने केवल एक धोखाधड़ी का आरोप लगाया है जो सरासर गलत है। जहां से उसे किडनैप किया गया था उन सड़को पर से सीसीटीवी कैमरा ही गायब हैं ये कवर-अप पर एक बहुत बड़ा सवाल उठाते हुए कहा। यह एक बहुत अच्छी तरह से रणनीति की गई है। जिससे मुझे डराया जा सके कि वो वापस आ गया है लेकिन अगर उन लोगों ने मुझे पकड़ लिया होता तो क्या होता? पिछले दो दिनों में, कुंडू आलोचना, बदनामी और अवमानना ​​का लक्ष्य रही है।

दोनों की गिरफ्तारियों के बाद उन्होने अपनी गलती मानी लेकिन क्या ये वाकई गलती थी इतने लंबे समय तक करने वाली थी। इतनी तीव्र नही हो सकती कोई गलती एक गलती किलोमीटर तक लेकर नहीं जा सकती। वो लोग माफी मांग रहे हैं, क्योंकि मैंने खुद को बचा लिया है उसने पूछा अगर मैं खुद को नही बचा पाती तो उन्होने किससे माफी मांगनी थी।

वर्णीक के पिता वीरेंद्र कुंडू ने कहा इस तरह की वारदात से मेरे मन में एक भ्रूण और एक लड़की को इंसान के रूप में मारने में कोई अंतर नहीं है। अगर कोई भी देश एक समान नागरिक की तरह महिला को नहीं समझ नही सकता है, तो किस तरह के समाज में हम रह रहें हैं? क्या हम असभ्य हैं? कुंडू ने भी रामवीर भट्टी की टिप्पणी पर कमेंट करते हुए कहा उन्हें बात करने का सलीका नही है, वे हजारों साल पहले के एक प्रागैतिहासिक जानवर हैं।

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