भोपाल। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंड्री एजुकेशन (CBSE) ने स्कूल और स्कूल बसों में INTERNET और डिजिटल टेक्नोलॉजी के सुरक्षित एवं प्रभावी इस्तेमाल के लिए 18 पाइंटर गाइडलाइन जारी की है। इसका मकसद बच्चों को इंटरनेट एवं टेक्नोलॉजी के दुष्प्रभाव से बचाना है। दिशानिर्देश में बच्चों की सुरक्षा के लिए कुछ उपाय सुझाए गए हैं। असरदार फायरबॉल इंस्टॉल करने, सॉफ्टवेयर की फिल्टरिंग और मॉनिटरिंग एवं डिजिटल सर्विलांस सिस्टम की मदद लेने का सुझाव दिया गया है।
बच्चों के लिए वेबसाइट इस्तेमाल की सीमा भी तय की गई है। बच्चों के आयु वर्ग के मुताबिक कुछ वेबसाइटों का चयन किया गया जाएगा। बच्चों को सिर्फ उन वेबसाइटों तक एक्सेस की ही अनुमति होगी।
इलेक्ट्रॉनिक्स ले जाने पर पाबंदी
सीबीएसई ने बच्चों द्वारा स्कूल में आईपैड्स, डीवीडी, सीडी प्लेयर्स, गेम कंसोल्स, पीसी, स्मार्टफोन, लैपटॉप, टैबलेट और अन्य गैजेट्स को स्कूल अथॉरिटीज की पूर्व अनुमति के बगैर ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
भोपाल के संस्कार वैली स्कूल और बिलॉबांग स्कूल में सालभर पहले से इंटरनेट मैच्योरिटी को लेकर अवेयरनेस सिलेबस के फॉर्मेट में दी जा रही है। स्कूल ने आईटी एक्सपर्ट रघु पांडे की बुक आई-मैच्योर को करिकुलम में शामिल किया है, जिससे स्टूडेंट्स को इंटरनेट से संबंधित अवेयनेस और उससे होने वाले नुकसान और क्राइम से बचने के बारे में बताया जाता है।