
सोमवार को किंग खान यानी शाहरुख और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा अपनी आने वाली फिल्म ‘जब हैरी मेट सेजल’ के प्रमोशन के लिए बनारस पहुंचे थे। वाराणसी के अशोका इंस्टीट्यूट में युवाओं के साथ दोनों कलाकारों संवाद का कार्यक्रम था। इसके लिए आयोजक की ओर से कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग की गई थी। दोनों कलाकारों के लिए कुल 224 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। इनमें सिपाही से लेकर एसपी तक की ड्यूटी लगाई गई थी। चूंकि मामला फिल्म प्रमोशन से जुड़ा होने के कारण पूरा कार्यक्रम व्यावसायिक श्रेणी में आता है।
नियम के मुताबिक आयोजक को ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के एक दिन का वेतन का भुगतान करना पड़ता है। इस लिहाज से इन पुलिसकर्मियों की एक दिन का वेतन करीब 6 लाख 11 हजार 40 रुपए बनता है। जबकि आयोजक ने सिर्फ 51 हजार 132 रुपए ही जमा कराए थे।
इसीलिए बाकी धनराशि का भुगतान के लिए एसएसपी वाराणसी की ओर से अशोक इंस्टीट्यूट को नोटिस भेजा है। वहीं दूसरी ओर बताया जा रहा है कि अशोक इंस्टीट्यूट ने पूरे मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि अभी तक उन्हें नोटिस नहीं मिला है। रही बात 51 हजार रुपए की तो यह रेड चिली इंटरटेनमेंट के अयूब द्वारा जमा कराया गया है। चूंकि आयोजन हमारे संस्थान में होना था तो बतौर चेयरमैन उनके भाई ने प्रशासन से कार्यक्रम की अनुमति भर ली। किसी भी तरह की देनदारी रेड चिली इंटरटेनमेंट की बनती है।