
इसके बाद दोनों की तबियत बिगड़ने लगी तो दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि महिला का नाम अफजान इमाम और उसकी बेटी आमना ने शुक्रवार रात ही घर में सब्जी बनाई थी। डॉक्टरों की माने तो तबियत बिगड़ने पर दोनों को अस्पताल लाया गया था। अब दोनों की हालत स्थिर है। इनकी लगातार जांच की जा रही है ताकि जहर की कोई भी मात्रा इनके शरीर के किसी अंग में न रह जाए।
बता दें कि बारिश के दिनों में हरी सब्जियां खाने से मना किया जाता है। भारत की प्राचीन मान्यताओं में यह शामिल है। श्रावण मास में दूध, भादौं मास में दही और चातुर्मास के दौरान हरी सब्जियां मनुष्य के लिए प्रतिबंधित बताए गए हैं। यही कारण है कि यह सामग्री भगवान शिव पर अर्पित कर दी जाती है। ताकि कोई चाहकर भी उसे खा ना सके।