दीपक नामदेव/डिंडोरी। अमरपुर पुलिस चौकी प्रभारी संजय सोनवानी ने आज पुलिस विभाग को शर्मसार करने वाला कृत्य सरेआम किया है। वो स्कूली छात्र का यौन शोषण के आरोपी अमरज्योति स्कूल के फादर को पर्सनल कार में पेशी के लिए कोर्ट लाए। कोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी निरस्त कर दी तो उसी कार से जेल तक छोड़ने भी गए। मप्र पुलिस यौन शोषण के आरोपी की आवभगत कर रही थी। सेवा में लगी थी। मामला अमरपुर थाना क्षेत्र में आने वाले अमरज्योति स्कूल का है। बच्चे को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए शाहपुरा निवासी मस्त मौली गौतम ने अपने बच्चे का एडमिशन अमरज्योति स्कूल में कक्षा आठवी में कराया।
क्योकि यहाँ हास्टल में बच्चों के रहने की भी सुविधा है अत: वह बच्चे को छोड़कर चला गया है। लेकिन जब बेटे ने बताया कि स्कूल का फादर लियो डिसूजा पकड़ कर कमरे में ले गया और अश्लील हरकतें करता है तो पिता चौंक उठा। उसने अमरपुर पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज करायी।
पुलिस ने पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। इधर फादर लियो डिसूजा जबलपुर भाग गया। पुलिस ने फायद को जबलपुर से सोमवार देर रात गिरफ्तार किया। मंगलवार को पास्को एक्ट के आरोपी फादर को कोर्ट में पेश किया जाना था लेकिन जिस तरह से थाना प्रभारी संजय सोनवानी आरोपी को कोर्ट लेकर आए, सारे परिसर में सवाल खड़े किए जाने लगे। थाना प्रभारी अपनी पर्सनल बिना नंबर वाली कार से आरोपी को कोर्ट लेकर आए। यहां जब कोर्ट ने लियो डिसूजा की जमानत अर्जी निरस्त कर दी तो थाना प्रभारी विशेष अतिथि की तरह यौन प्रताड़ना के आरोपी फादर लियो डिसूजा को अपनी पर्सनल कार से जेल तक छोड़ने गए।