मंडला। राज्य अध्यापक संघ की मंडला ब्लाक इकाई ने स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अध्यापकों के लिए जारी अंतर्निकाय संविलियन/स्थानान्तरण नीति का विरोध किया है। ब्लाक अध्यक्ष सुनील नामदेव व जिला कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश सिंगौर ने संयुक्त बयान में कहा कि यह पालिसी सिर्फ दिखावे के लिए जारी की गई है। इसका लाभ बहुत ही कम अध्यापकों को मिल सकेगा। बहुत जरूरत मंद अध्यापक भी इससे वंचित रह जांएगे।
अध्यापक नेताओं ने बताया कि जिस संस्था से अध्यापकों को स्थानान्तरण कराना है यदि वह प्राथमिक शाला है तो वहां न्यूनतम 3 शिक्षक और यदि माध्यमिक शाला है तो न्यूनतम 4 शिक्षक होना चाहिए। आपत्ति यह है कि जब प्राथमिक शाला में न्यूनतम 2 और माध्यमिक शाला में न्यूनतम 3 शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं तो वहां 3 और 4 पदस्थापनाएं क्यों होंगी। और यदि होंगे भी तो ऐसी शालाएं कम ही होंगी। किसी शाला में कम शिक्षक होंगे तो उनको लाभ नही मिलेगा जबकि जिस शाला में स्वीकृत से ज्यादा शिक्षक होंगे वहां के अध्यापकों को लाभ मिल जायेगा।
यह अवसर की समानता के नियम का उल्लंघन है। वरिष्ठ अध्यापक, अध्यापक और सहायक अध्यापक तीनों ही कैडर जिला पंचायत स्तर के हैं। जिसके चलते जिले के अन्दर स्थानान्तरण नही हो सकेंगे सिर्फ नगरीय निकाय से ग्रामीण निकाय में जिले के अन्दर जा सकते हैं। जबकि ऐसा कोई नही चाहता। संघ के पदाधिकारियों ने इस बात पर भी आपत्ति जताई है कि इस नीति से वरिष्ठता भी समाप्त होगी। संघ ने विरोध कर उक्त विसंगतियों को दूर करने की मांग की है| राज्य अध्यापक संघ के सुनील नामदेव, प्रकाश सिंगौर, रामभजन गवले, ओमकार सिंह संजीव दुबे, सोनिया कान्सकार, रश्मि पाठक, आभा साहू, रीना तोमर आदि अध्यापक ने ब्लाक मुख्यालय मंडला में आदेश की होली जलाकर विरोध जताया है।