
खुर्शीद ने कहा, "किसी को मेरे बयान से ठेस पहुंची हो तो मैं माफी मांगता हूं। मैंने किसी को गाली नहीं दी थी। किसी ने मुझसे नहीं पूछा कि मेरे दिल में क्या है। जहां तक फतवे की बात है तो किसी ने मुझसे इस बारे में बातचीत करना जरूरी नहीं समझा, हर चीज का फैसला अपने आप ही ले लिया।
बिहार के विकास के लिए लगाया नारा
नई सरकार में जेडीयू कोटे से मंत्री खुर्शीद अहमद के इस बयान के बाद बेतिया इमारते शरिया ने उनके खिलाफ फतवा जारी कर दिया। इमारते शरिया के मुफ्ती सुहैल अहमद कासमी ने कहा, "उन्होंने (खुर्शीद) जय श्री राम के नारे लगाए। खुर्शीद कहते हैं कि वे राम और रहीम दोनों की पूजा करते हैं, इस्लाम ये सब बर्दाश्त नहीं कर सकता। मंत्री से पूछा गया है कि उन्होंने क्यों ऐसा कहा? क्यों नहीं आपको जमात से अलग कर दिया जाए?"
हमने एक दूसरे से तलाक नहीं लिया, निकाह कैसे टूटा
खबर है कि इमारते शरिया ने मंत्री खुर्शीद अहमद के निकाह को भी अमान्य करार दिया है। इस पर मंत्री खुर्शीद अहमद ने कहा कि जब मैंने अपनी बीवी को तलाक दिया नहीं, उसने भी मुझसे तलाक लिया नहीं तो फिर मेरा निकाह कैसे टूट सकता है।
देश में अमन-चैन रहे, इसलिए जय श्रीराम कहता रहूंगा
इमारते अली शरिया द्वारा जारी फतवा पर मंत्री खुर्शीद अहमद ने कहा कि देश में अमन-चैन के लिए जय श्रीराम कहना पड़े तो आगे भी कहता रहूंगा। राम और रहीम में कोई फर्क नहीं है। सबका मालिक एक है और अल्लाह जानता है कि मैंने कोई गलती नहीं की है। उन्होंने कहा कि मैं बिहार विधानसभा में साढ़े तीन लाख जनता का प्रतिनिधि हूं और मुझे यहां भेजने वाले हर धर्म-समुदाय के लोग हैं। उन्होंने कहा कि इमारते शरिया फतवा जारी करने से पहले मुझसे पूछता तो मैं उन्हें जवाब देता कि मैंने जय श्रीराम का नारा क्यों लगाया?