
असल में पिछले साल अप्रैल से बनी नई व्यवस्था के अनुसार छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में हर तिमाही संसाधन किया जाता है। अभी तक पीपीएफ पर 7.9 फीसदी, किसान विकास पत्र पर 7.6 फीसदी और सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.4 फीसदी ब्याज मिल रहा था। सीनियर सिटीजन स्कीम में हर तिमाही ब्याज दिया जाता है।
कई जानकार सरकार के इस कदम को राजनीतिक एवं आर्थिक रूप से साहसिक कदम बताते हैं। इससे बैंक भी जमा दरें घटाने को प्रेरित होंगे। वित्त मंत्रालय के नोटिफिकेशन के अनुसार किसान विकास पत्र के निवेश पर 7.5 फीसदी ब्याज मिलेगा और यह 115 महीने में परिपक्व होगा। वित्त मंत्रालय ने कहा कि छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को सरकारी बॉन्ड यील्ड से जोड़ा जाएगा।