शिवराज किसानों से बातचीत करते तो आंदोलन हिंसक ना होता: बाबूलाल गौर

भोपाल। मंदसौर गोलीकांड को लेकर भले ही पूरी भाजपा और शिवराज सरकार कांग्रेस को दोषी ठहरा रही हो, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक बाबूलाल गौर ने किसान आंदोलन में हुई हिंसा के पीछे कांग्रेस का हाथ होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सरकार अगर किसानों से बातचीत करने का रास्ता अपनाती तो आंदोलन हिंसक नहीं होता, अपने बयानों से लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े करने में पीछे नहीं रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक बाबूलाल गौर ने एक बार फिर अपनी साफगोई से शिवराज सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।

अपनी ही सरकार पर खड़े किए सवाल
उन्होंने मंदसौर गोलीकांड को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं उन्होंने अपनी पार्टी और सरकार के स्टैण्ड से अपने आप को अलग रखते हुए कांग्रेस को आंदोलन के लिए जिम्मेदार नहीं माना है।  

किसानों की भारी नाराजगी के कारण आंदोलन हिंसक
बातचीत के जरिए हल निकालने की कोशिश करनी चाहिए थी। उन्होंने चिता जताते हुए कहा कि इस समय मध्यप्रदेश सहित पूरे देश का किसान परेशान है। पार्टी और सरकार की लाइन से हटकर साफगोई से अपनी बात रखने वाले पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने एक बार फिर अपनी सरकार को आइना दिखाने का काम किया है।

किसानों को अपनी फसलों का नहीं मिल रहा लागत मूल्य
उनके इस बयान से साफ जाहिर है कि एक जून से आंदोलनरत किसानों से बात करने की जगह सीएम शिवराज सिंह ने न सिर्फ किसान संघ से बात कर आंदोलन से जुडे अन्य किसान संगठनों की उपेक्षा की और पार्टी के किसान मोर्चा से सम्मान समारोह आयोजित करवाने का एलान कर किसानों की नाराजगी बढ़ाने का काम किया है।

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