BF को लिखा: वॉट्सऐप पर मेरी लटकी हुई लाश देखो और संविदा शिक्षक फांसी पर झूल गई | LOVE STORY

Bhopal Samachar
ग्वालियर। यहां एक महिला संविदा शिक्षक ने हॉस्टल में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। इससे पहले वो अपने ब्वाॅयफ्रेंड से बात करने की काफी कोशिश करती रही। ब्वाॅयफ्रेंड ने रिप्लाई नहीं किया तो वो फांसी पर झूल गई। सुसाइड से पहले उसने लिखा 'वॉट्सऐप पर मेरी लटकी हुई लाश देखो।' संविदा शिक्षक नीलम अरोड़ा के माता पिता का देहांत हो चुका है। उसका भाई दिल्ली में रहता है परंतु वो उससे रिश्ता नहीं रखता। इसलिए नीलम अरोड़ा हॉस्टल में रहती थी। वो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां भी कर रही थी। 

कंपू के चना कोठार इलाके में अन्नपूर्णा गर्ल्स हॉस्टल है। यहां करीब 22 लड़कियां रहकर स्टडी करती हैं। मोहना के सत्यपाल अरोड़ा की बेटी नीलम अरोड़ा संविदा टीचर थी और हॉस्टल में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। मंगलवार की दोपहर को नीलम हॉस्टल में ही थी। करीब डेढ़ बजे नीलम के बगल वाले कमरे में रहने वाली लड़की नेहा के मोबाइल पर नीलम के ब्वाॅयफ्रेंड ने फोन किया। ब्वाॅयफ्रेंड ने फोन पर कहा कि वह नीलम के कमरे में जाकर देखे, कुछ गलत हुआ है। नेहा नीलम के कमरे नंबर 12 में गई, तो दरवाजा बंद था। नेहा ने दूसरी लड़कियों को बुलाया और कु्र्सी से रोशनदान से अंदर झांका तो नीलम का शरीर फांसी के फंदे पर लटका हुआ था।

कमरे में लटका था नीलम का शव
अंदर का दृश्य देखकर नीलम की फ्रेंड की चीख निकल गई, क्योंकि नीलम का शरीर फांसी पर लटका हुआ था। चीख सुनकर हॉस्टल की और लड़कियां भी वहां पहुंच गई। लड़कियों के मुताबिक, उस समय नीलम की सांसें चल रही थीं, लेकिन उसने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया।हॉस्टल के मैनेजर ने इस सुसाइड की खबर तुरंत पुलिस को दी। पुलिस वहां पहुंच गई और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

भाई ने आने से किया इंकार 
उसके पिता सतपाल का 7 आैर मां का डेढ़ साल पहले निधन हो चुका है। उसका एक भाई हरीश दिल्ली में रहता है लेकिन वह बहनों से रिश्ता नहीं रखता है। इसलिए उसकी मौत की खबर सुनने के बाद भी आने से इनकार कर दिया। नीलम और दीपक के बीच कुछ दिनों से विवाद चल रहा था। हॉस्टल की वार्डन मुन्नी ने बताया कि नीलम सुबह करीब 8 बजे हॉस्टल में आई थी। वह रोजाना 11 बजे मोहना में संविदा शिक्षक की नौकरी पर जाती थी आैर रात 8.30 बजे तक लौटती थी।

नीलम की जिंदगी के आखिरी 9 मिनट
1:23 बजे: काॅल रिसीव करो।
1:24 बजे: नहीं तो दीप आज मैं अपने आप को खत्म कर लूंगी।
1:25 बजे: बहुत ज्यादा परेशान हो चुकी हूं मैं अपनी लाइफ से।
1:26 बजे: आखिरी मैसेज आपके लिए।
1:27 बजे: आखिरी सांस तक तुम्हें प्यार किया है उसका यही नतीजा है।
1:30 बजे: 10 मिनट में मेरी चीख सुनाई देगी। कॉल रिसीव करो।
1:31 बजे: वॉट्सऐप पर मेरी लटकी हुई लाश देखो।
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