
गौरतलब हो कि पीडब्ल्यूडी के ईई प्रमोद श्रीवास्तव ने अपने बयानों में कहा था कि यह सभी टेंडर नियमानुसार और सही खोले गए हैं। परंतु ऊपर से कार्यवाही होने पर उन्हें मजबूरी में यह टेँडर खोलने पड़े। ठेकेदारों को लाभान्वित करने के चक्कर में उन्हें यह खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। एक ठेकेदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि टेंडर प्रक्रिया पूरी निरस्त होना चाहिए। जब 15 टेंडर नियम विरुद्ध तरीके से खोले गए थे और उन्हें निरस्त किया गया। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि इस टेंडर प्रक्रिया में लंबा घोटाला हुआ है और नए सिरे से टेंडर खुलने चाहिए।
एक सामान कार्य के टेंडर अधिक और कम रेट पर कैसे खुले। यह सवाल उठाता है कि कहीं न कहीं अधिकारी की मिली भगत से ऐसा हुआ है। फिलहाल इस संबंध में पीडब्ल्यूडी के ईई प्रमोद श्रीवास्त्व से दूरभाष पर चर्चा हुई तो उन्होंने कहा कि मैंने 15 टेंडर निरस्त कर दिए हैं और उन्होंने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया।