
इसकी बजाय उन्हें घर में रहकर घर के काम और बच्चों की परवरिश करनी चाहिए। अगर घर में कोई कमाने वाला हो तो महिला नौकरी ना करे और अगर कमाई के लिए जाना पड़े तो वो चेहरा ढककर काम करे।
बता दें की यह पहली बार नहीं है जब किसी मौलाना ने ऐसा बयान दिया हो। इससे पहले देवबंद ने कई फतवे जारी किए हैं जिनमें एक में तो भारत माता की जय कहने को भी गलत करार दिया गया था। साथ ही तलाक को लेकर कहा गया था कि इसके लिए महिला का मौजूद होना जरूरी नहीं है, फोन पर भी तलाक दिया जा सकता है।