
अडिशनल पुलिस कमिश्नर अरुण कम्पानी के मुताबिक, एक जनवरी 2013 को ईओडब्ल्यू में पावर स्टार के खिलाफ चीटिंग केस दर्ज हुआ था। दिल्ली की एक कंपनी के मालिकों ने पुलिस को बताया था कि पावर स्टार ने उनसे पांच करोड़ रुपये की चीटिंग की है। उनके मुताबिक, कुछ लोगों ने उनसे सम्पर्क कर बताया था कि वह उन्हें एक हजार करोड़ रुपये का लोन दिलवा सकते हैं।
कंपनी के मालिकों को चैन्ने ले जाकर पावर स्टार से मिलवाया गया। पावर स्टार मैसर्स बाबा ट्रेडिंग कंपनी भी चलाता था। पावर स्टार ने उन्हें अपने बैंक स्टेटमेंट दिखाए जिसमें एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का अमाउंट दर्ज था। पावर स्टार ने इन लोगों से कहा कि लोन एग्रीमेंट पर स्टाम्प आदि खर्च के लिए उन्हें पांच करोड़ रुपये देने होंगे जिसके साथ वह उन्हें पोस्ट डेटेड चेक देगा। इसके बाद कंपनी के लोग तैयार हो गए।
कंपनी के मालिकों ने एक हजार करोड़ रुपये लोन मिलने की उम्मीद में पावर स्टार को पांच करोड़ रुपये देकर पोस्ट डेटेड चेक ले लिए। उसके बाद पावर स्टार ने उन्हें कोई रकम नहीं दी। इन लोगों ने पुलिस केस दर्ज कराया। पावर स्टार को 2013 में गिरफ्तार कर लिया गया था। उसे पटियाला हाउस कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई थी। उसके बाद वह कभी कोर्ट में आया ही नहीं। पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया। अब पुलिस को खबर मिली कि पावर स्टार चैन्ने में मौजूद है जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।